Electric Fields and Gauss' Law MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for Electric Fields and Gauss' Law - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें

Last updated on May 9, 2025

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Latest Electric Fields and Gauss' Law MCQ Objective Questions

Electric Fields and Gauss' Law Question 1:

- guacandrollcantina.com

कार्तीय निर्देशांक पद्धति में मूलबिंदु पर +q आवेश रखा गया है। दूसरा +9q आवेश (d, 0, 0) पर रखा गया है। इन दोनों आवेशों के बीच वह बिंदु ज्ञात कीजिए जहाँ विद्युत क्षेत्र शून्य हो जाता है।

  1. d
  2. -d
  3. d/2
  4. d/4

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : d/4

Electric Fields and Gauss' Law Question 1 Detailed Solution

गणना :

मान लीजिए कि +q आवेश मूलबिंदु (x = 0) पर और +9q आवेश x = d पर रखा गया है।

मान लीजिए कि x-अक्ष पर दोनों आवेशों के बीच स्थित किसी बिंदु x (0 < x < d) पर विद्युत क्षेत्र शून्य हो जाता है।

बिंदु x पर +q के कारण विद्युत क्षेत्र:

Eq = kq / x2

बिंदु x पर +9q के कारण विद्युत क्षेत्र (+9q से दूरी d - x है):

E9q = k(9q) / (d - x)2

परिणामी विद्युत क्षेत्र के शून्य होने के लिए:

Eq = E9q

⇒ kq / x2 = k(9q) / (d - x)2

दोनों ओर से k और q को काटने पर:

1 / x2 = 9 / (d - x)2

वर्गमूल लेने पर:

1 / x = 3 / (d - x)

वज्र गुणन करने पर:

d - x = 3x

⇒ d = 4x

⇒ x = d / 4

Electric Fields and Gauss' Law Question 2:

एकसमान विद्युत क्षेत्र \(\overrightarrow{E}\) में रखे विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण \(\overrightarrow{P}\) पर कार्य करने वाला बल आघूर्ण है:

  1. \(\overrightarrow{P}\) × \(\overrightarrow{E}\)
  2. \(\overrightarrow{P}\) . \(\overrightarrow{E}\)
  3. \(\overrightarrow{P}\) × \(\overrightarrow{E}\) × \(\overrightarrow{P}\)
  4. \(\frac{\overrightarrow{E} . \overrightarrow{P}}{D^{2}}\)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : \(\overrightarrow{P}\) × \(\overrightarrow{E}\)

Electric Fields and Gauss' Law Question 2 Detailed Solution

व्याख्या:

एकसमान विद्युत क्षेत्र में एक विद्युत द्विध्रुव एक बल आघूर्ण का अनुभव करता है जो द्विध्रुव को विद्युत क्षेत्र के साथ संरेखित करने का प्रयास करता है। एकसमान विद्युत क्षेत्र (E" id="MathJax-Element-11-Frame" role="presentation" style="position: relative;" tabindex="0">E ) में रखे विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण ( ) पर कार्य करने वाला बल आघूर्ण ( ) द्विध्रुव आघूर्ण और विद्युत क्षेत्र के सदिश क्रॉस गुणनफल द्वारा दिया जाता है।

बल आघूर्ण का सूत्र है:

दो सदिशों के सदिश गुणनफल के परिणामस्वरूप एक सदिश प्राप्त होता है जो दोनों के लंबवत होता है, और इसका परिमाण दो सदिशों के परिमाणों के गुणनफल और उनके बीच के कोण की ज्या के बराबर होता है।

इसलिए, सही उत्तर विकल्प 1: P×E" id="MathJax-Element-15-Frame" role="presentation" style="position: relative;" tabindex="0">P×E  है। 

∴ विद्युत द्विध्रुव पर कार्य करने वाला बल आघूर्ण है।

Electric Fields and Gauss' Law Question 3:

एक असमान विद्युत क्षेत्र में, विद्युत द्विध्रुव अनुभव करता है

  1. केवल बल आघूर्ण
  2. बल आघूर्ण और साथ ही परिणामी बल
  3. केवल बल
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : बल आघूर्ण और साथ ही परिणामी बल

Electric Fields and Gauss' Law Question 3 Detailed Solution

व्याख्या:

एक असमान विद्युत क्षेत्र में, एक विद्युत द्विध्रुव बल आघूर्ण और परिणामी बल दोनों का अनुभव करता है। बल आघूर्ण विद्युत क्षेत्र के साथ द्विध्रुव को संरेखित करने का कार्य करता है, जबकि परिणामी बल इस कारण उत्पन्न होता है कि विद्युत क्षेत्र की तीव्रता एक बिंदु से दूसरे बिंदु पर भिन्न होती है, जिससे द्विध्रुव के धनात्मक और ऋणात्मक आवेशों पर एक विभेदक बल बनता है।

इसलिए, एक असमान विद्युत क्षेत्र में, एक विद्युत द्विध्रुव बल आघूर्ण और साथ ही परिणामी बल दोनों का अनुभव करता है।

∴ सही उत्तर विकल्प 2 है।

Electric Fields and Gauss' Law Question 4:

a भुजा वाले एक घनीय क्षेत्र का केंद्र मूलबिंदु पर है। इसमें तीन स्थिर बिंदु आवेश, (0, -a/4, 0) पर -q, (0, 0, 0) पर +3q और (0, +a/4, 0) पर -q परिबद्ध हैं।
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निम्नलिखित का मिलान कीजिए:

सूची I सूची II
P) समतल x = +a/2 से गुजरने वाला कुल विद्युत अभिवाह बराबर है i) समतल y = -a/2 से गुजरने वाला कुल विद्युत अभिवाह 
Q) समतल y = +a/2 से गुजरने वाला कुल विद्युत अभिवाह, समतल y = -a/2 से गुजरने वाले कुल विद्युत अभिवाह से अधिक है ii) समतल x = -a/2 से गुजरने वाले कुल विद्युत अभिवाह 
R) पूरे क्षेत्र से गुजरने वाला कुल विद्युत अभिवाह है iii) समतल x = +a/2 से गुजरने वाले कुल विद्युत अभिवाह 
S) समतल z = +a/2 से गुजरने वाला कुल विद्युत अभिवाह बराबर है iv) \( \frac { q }{ { \varepsilon }_{ o } } \)

 

  1. P)-i), Q)-ii),R)-iv), S)-iii)
  2. P)-ii), Q)-iii),R)-iv), S)-i)
  3. P)-ii), Q)-i),R)-iv), S)-iii)
  4. P)-iii), Q)-i),R)-iv), S)-ii)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : P)-ii), Q)-i),R)-iv), S)-iii)

Electric Fields and Gauss' Law Question 4 Detailed Solution

व्याख्या:

घन से होकर गुजरने वाला कुल अभिवाह:
कुल अभिवाह की गणना इस प्रकार की जाती है:
घन से होकर गुजरने वाला कुल अभिवाह = (-q + 3q - q) / ε₀ = q / ε₀

समान क्षेत्र से गुजरने वाला अभिवाह:
चूँकि समान क्षेत्र से गुजरने वाला अभिवाह समान होता है, इसलिए x = (-a)/2, y = a/2 और z = a/2 स्थितियों के मान समान हैं।

Electric Fields and Gauss' Law Question 5:

Comprehension:

L लंबाई के एक लंबे समाक्षीय केबल में एक आंतरिक चालक (त्रिज्या a) और एक बाह्य चालक (त्रिज्या b) होता है। आंतरिक चालक प्रति इकाई लंबाई पर एक समान आवेश λ और नियत धारा I वहन करता है। बाह्य चालक में विपरीत आवेश और धारा होती है जैसा कि निम्न चित्र में दर्शाया गया है।

b = 4a के लिए आंतरिक और बाह्य चालक के बीच संचित कुल चुंबकीय ऊर्जा \(\rm β \frac{\mu_0I^2L}{4\pi}\ln2\) है। β का मान है:

Answer (Detailed Solution Below) 2

Electric Fields and Gauss' Law Question 5 Detailed Solution

प्रयुक्त अवधारणा:

सह-अक्षीय केबल में संचित चुंबकीय ऊर्जा आंतरिक चालक से होकर प्रवाहित स्थिर धारा द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र (B) के कारण होती है।

किसी माध्यम में चुंबकीय ऊर्जा घनत्व दिया गया है:

u = B² / (2μ₀)

आयतन V में संचित कुल चुंबकीय ऊर्जा (U) है:

U = ∫ u dV

गणना:

सह-अक्षीय केबल के लिए:

B(r) = (μ₀ I) / (2πr)

dU = (B² / (2μ₀)) × (2πr dr L)

अक्ष से r दूरी पर (बेलनाकार क्षेत्र के अंदर) चुंबकीय क्षेत्र (B) ऐम्पियर के नियम द्वारा दिया गया है:

त्रिज्या r और मोटाई dr के बेलनाकार कोश में प्रति इकाई लंबाई में संचित ऊर्जा (dU/dL) है:

r = a से r = b तक समाकलन:

⇒ U = ∫[(μ₀ I² / (8π² r²)) × (2πr dr L)] a से b तक

⇒ U = (μ₀ I² L / (4π)) ∫(dr / r) a से b तक

⇒ U = (μ₀ I² L / (4π)) ln(b / a)

आंतरिक और बाह्य चालक के बीच संचित कुल चुंबकीय ऊर्जा है:

⇒ (μ₀ I² L / 4π) ln(b / a)

b = 4 a के लिए

2(μ₀ I² L / 4π) ln(2)

Top Electric Fields and Gauss' Law MCQ Objective Questions

विद्युत क्षेत्र की तीव्रता एक ________ है।

  1. आयामरहित राशि
  2. सदिश राशि
  3. अदिश राशि
  4. उपरोक्त सभी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : सदिश राशि

Electric Fields and Gauss' Law Question 6 Detailed Solution

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धारणा:

विद्युत क्षेत्र की तीव्रता:

  • किसी भी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की प्रबलता है।
  • इसे उस बिंदु पर रखी गई इकाई धनात्मक आवेश द्वारा अनुभव किए गए बल के रूप में परिभाषित किया गया है।

\(\vec E = \frac{{\vec F}}{{{q_o}}}\)

जहाँ F = बल और qo = छोटा परीक्षण आवेश

  • विद्युत क्षेत्र का परिमाण है

\(E = \frac{{kq}}{{{r^2}}}= \frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}}\frac{q}{{{r^2}}}\)

जहां K = विद्युत्स्थैतिक बल स्थिरांक कहा जानेवाला स्थिरांक, q = स्रोत आवेश और r = दूरी

  • विद्युत क्षेत्र: एक आवेशित कण के आसपास का क्षेत्र जिसमें विद्युत्स्थैतिक बल को अन्य आवेशों द्वारा अनुभव किया जा सकता है, विद्युत क्षेत्र कहलाता है।
    • विद्युत क्षेत्र को E से दर्शाया जाता है।

अदिश राशी

सदिश राशी

जिन भौतिक राशियों में केवल परिमाण होता है और कोई दिशा नहीं होती उन्हें अदिश राशियाँ या अदिश कहा जाता है।

जिन भौतिक राशियों में परिमाण और दिशा दोनों होते हैं और सदिश जोड़ के नियमों का पालन करती हैं उन्हें सदिश राशि या सदिश कहा जाता है।

एक अदिश राशि उचित इकाई के साथ एक एकल संख्या द्वारा निर्दिष्ट की जा सकती है।

एक सदिश राशी एक इकाई और इसकी दिशा के साथ एक संख्या द्वारा निर्दिष्ट की जाती है।

उदाहरण: द्रव्यमान, आयतन, घनत्व, समय, तापमान, विद्युत धारा इत्यादि।

उदाहरण विस्थापन, वेग, बल, संवेग आदि।

व्याख्या:

  • विद्युत क्षेत्र की तीव्रता एक सदिश राशि है क्योंकि इसे केवल तभी ठीक से परिभाषित किया जा सकता है जब इसका परिमाण और दिशा दोनों ज्ञात हों। तो विकल्प 2 सही है।

आवेश Q त्रिज्या R के एक गौसियन गोलाकार सतह से घिरा हुआ है। यदि त्रिज्या दोगुनी होती है तो बाहरी विद्युत अभिवाह _________ ।

  1. दोगुना होगा
  2. चार गुना बढेगा
  3. घटकर आधा होगा
  4. समान रहेगा

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : समान रहेगा

Electric Fields and Gauss' Law Question 7 Detailed Solution

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अवधारणा :

  • गॉस का नियम : विद्युत क्षेत्र के लिए गॉस का नियम विद्युत आवेशों के वितरण द्वारा उत्पन्न स्थैतिक विद्युत क्षेत्र का वर्णन करता है।
    • यह बताता है कि किसी भी बंद सतह के माध्यम से विद्युत अभिवाह इस सतह से घिरे कुल विद्युत आवेश के समानुपाती होता है।

F1 J.K Madhu 10.07.20 D8

\(\phi_E = \frac{Q}{\epsilon_o}\)

जहाँ ϕE = किसी भी आयतन V को घेरे एक बंद सतह S के माध्यम से विद्युत अभिवाह, Q = V के साथ संलग्न कुल आवेश और ϵo = विद्युत स्थिरांक

  • विद्युत अभिवाह किसी दिए गए क्षेत्र के माध्यम से विद्युत क्षेत्र का प्रवाह है।

F1 J.K 13.6.20 Pallavi D9

  • विद्युत अभिवाह एक आभासी सतह से गुजरने वाली विद्युत क्षेत्र रेखाओं की संख्या के लिए आनुपातिक है।

\({\phi}_E= E\cdot S = EScos\theta\)

जहाँ E = विद्युत क्षेत्र, S = सतह का क्षेत्र, E = परिमाण, θ = विद्युत क्षेत्र रेखाओं और S के लिए अभिलंब (लंब) के बीच का कोण, और ϕE = अभिवाह बंद बेलनाकार सतह के माध्यम से विद्युत क्षेत्र।

व्याख्या:

  • गॉस के नियम के अनुसार

\(ϕ_E = \frac{Q_(enclosed )}{ϵ_o}\)

  • यदि गौसियन सतह की त्रिज्या दोगुनी हो जाती है, तो बाहरी विद्युत अभिवाह समान रहेगा।
  • ऐसा इसलिए है क्योंकि विद्युत अभिवाह केवल सतह द्वारा लगाए गए आवेश पर निर्भर करता है

विकल्प 4 सही है।

एक संवृत सतह के माध्यम से कुल विद्युत फ्लक्स जिसमें एक निश्चित मात्रा में आवेश रखा जाता है किस पर निर्भर करता है?

  1. सतह की आकृति
  2. सतह का आकार
  3. सतह की आकृति और आकार दोनों
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : इनमें से कोई नहीं

Electric Fields and Gauss' Law Question 8 Detailed Solution

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अवधारणा:

गॉस का नियम:

  • गॉस के नियम के अनुसार, कुल विद्युत फ्लक्स संवृत सतह से जुड़ा होता है है जिसे गॉसियन सतह कहाँ जाता है, \(\frac{1}{ϵ_o}\) संवृत सतह द्वारा संलग्न आवेश होता है

\(\Rightarrow ϕ=\frac{Q}{ϵ_o}\)

जहाँ ϕ = विद्युत फ्लक्स संवृत सतह से जुड़ा होता है, Q = सतह में संलग्न कुल आवेश और ϵo = विद्युतशीलता

महत्वपूर्ण बिंदु:

  1. गॉस का नियम किसी भी संवृत सतह के लिए सही है, चाहे उसकी आकृति या आकार kuch भी हो।
  2. आवेश सतह के अंदर कहीं भी स्थित हो सकते हैं।

व्याख्या​:

गॉस का नियम:

  • गॉस के नियम के अनुसार, कुल विद्युत फ्लक्स संवृत सतह से जुड़ा होता है है जिसे गॉसियन सतह कहाँ जाता है, \(\frac{1}{ϵ_o}\) संवृत सतह द्वारा संलग्न आवेश होता है
  • इसलिए यदि एक संवृत सतह में संलग्न कुल आवेश q है तो इसके साथ जुड़े कुल विद्युत फ्लक्स को इस प्रकार दिया जाएगा,

\(\Rightarrow ϕ=\frac{Q}{ϵ_o}\)       -----(1)

  • समीकरण 1 द्वारा यह स्पष्ट है कि कुल फ्लक्स, संवृत सतह के साथ जुड़ा हुआ है जिसमें एक निश्चित मात्रा में आवेश रखा जाता है यह सतह की आकृति और आकार पर निर्भर नहीं करता है। इसलिए, विकल्प 4 सही है।

भुजा a के घन से विद्युत अभिवाह ‘Φ’ है। इसका मान क्या होगा यदि इसकी भुजा को ‘2a’ बनाया जाता है और इसके द्वारा परिबद्ध आवेश को आधा कर दिया जाता है?

  1. Φ/2
  2. Φ
  3. 4 Φ
  4. 2 Φ

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : Φ/2

Electric Fields and Gauss' Law Question 9 Detailed Solution

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सही उत्तर विकल्प 1 अर्थात Φ/2 है

अवधारणा:

विद्युत क्षेत्र का गॉस का नियम: इसके अनुसार संवृत सतह से निर्गत होने वाला कुल विद्युत अभिवाह इस परिबद्ध सतह के भीतर आवेश के समान आनुपातिक है। यह इस प्रकार है-

\(ϕ = \frac{q}{ϵ_0}\)

जहाँ ϕ विद्युत अभिवाह है, q परिबद्ध सतह के भीतर आवेश और ϵ0 विद्युत स्थिरांक है।

व्याख्या:

दिया गया है:

मान लीजिये एक आवेश 'q' भुजा 'a' के एक घन के अंदर रखा गया है।

गॉस के नियम के अनुसार विद्युत अभिवाह

\(\Rightarrow ϕ = \frac{q}{ϵ_0}\)

यदि परिबद्ध आवेश को आधा कर दिया जाता है

\(\Rightarrow q' =\frac{q}{2}\)

इसलिए, इसके साथ जुडा हुआ विद्युत अभिवाह होगा-

\(\Rightarrow ϕ' =\frac{q'}{\epsilon_0}= \frac{\frac{q}{2}}{ϵ_0} = \frac{1}{2}\times \frac{q}{\epsilon_0} \)

\(\Rightarrow \phi '= \frac{1}{2} \times \phi = \frac{\phi}{2}\)

 

परिबद्ध सतह से निर्गत होने वाला विद्युत प्रवाह संवृत सतह के आकार या आयामों से स्वतंत्र होता है।

यदि किसी घन के किसी एक कोने वाले बिंदु पर q आवेश है, a पृष्ठ वाले घन का विद्युत् फ्लक्स क्या होगा? 

  1. \(\dfrac{q}{\varepsilon_0}\)
  2. \(\dfrac{q}{2\varepsilon_0}\)
  3. \(\dfrac{2q}{\varepsilon_0}\)
  4. \(\dfrac{q}{8\varepsilon_0}\)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : \(\dfrac{q}{8\varepsilon_0}\)

Electric Fields and Gauss' Law Question 10 Detailed Solution

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धारणा:

विद्युत फ्लक्स(Φ): किसी विद्युत् क्षेत्र में स्थित किसी पृष्ठ से गुजरने वाली वैद्युत बल रेखाओं की संख्या को सामान्यतः विद्युत फ्लक्स कहा जाता है। इसे Φ द्वारा निरूपित किया जाता है।

F1 J.K 5.6.2 Pallavi D10

एक चयनित पृष्ठ के माध्यम से विद्युत फ्लक्स निम्न द्वारा दिया जाता है:

\({\rm{\Delta }}ϕ = \vec E.{\rm{\Delta }}\vec S = E{\rm{\Delta }}Scos\theta \)

जहाँ θ वैद्युत क्षेत्र और पृष्ठ के धनात्मक अभिलम्ब के बीच का कोण है।

गॉस का नियम:  यह बतात्ता है कि बंद पृष्ठ द्वारा परिबद्ध कुल आवेश पृष्ठ के कुल वैद्युत क्षेत्र के ϵ0 से विभाजित के बराबर होता है।

\(\oint \vec E.\overrightarrow {ds} = \frac{{{q_{inside}}}}{{{ϵ_0}}}\)

जहाँ E = वैद्युत क्षेत्र, ds = लघु क्षेत्र, qinside = आतंरिक पृष्ठ का कुल आवेश, and ϵ0 = वायु या निर्वात की विद्युतशीलता

F1 J.K 5.6.2 Pallavi D11

गणना:

F2 P.Y 22.7.20 Pallavi D1

प्रश्न के अनुसार, किसी आवेश को घन के किसी एक कोने पर रखा जाता है, और पूर्ण आवेशित कण के ​आवरण के लिए, 8 घनों की आवश्यकता पड़ती है।

\(\therefore ϕ =\frac{1}{8} \frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\)

इसलिए, दिये गए घन से गुजराती वैद्युत फ्लक्स इस प्रकार है-

 \(\Rightarrow ϕ = \frac{q}{{8{\varepsilon _0}}}\) 

विद्युत क्षेत्र के लिए गॉस का नियम _______ के लिए मान्य है।

  1. कोई भी संवृत सतह
  2. केवल साधारण संवृत सतह
  3. कोई भी खुली सतह
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : कोई भी संवृत सतह

Electric Fields and Gauss' Law Question 11 Detailed Solution

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अवधारणा:

गॉस का नियम:

  • इस नियम के अनुसार, गॉसियन सतह नामक एक संवृत सतह से जुड़ा कुल प्रवाह संवृत सतह से संलग्न आवेश का 1/εo गुणा है ।
  •  

\(\Rightarrow \phi=\oint \vec{E}.\vec{dA}=\frac{Q}{\epsilon_o}\)

  • यह नियम सभी संवृत सतहों पर लागू होता है।

व्याख्या:

  • इस नियम के अनुसार, गॉसियन सतह नामक एक संवृत सतह से जुड़ा कुल प्रवाह संवृत सतह से संलग्न आवेश का 1/εo गुणा है ।
  • इसलिए यह नियम सभी संवृत सतहों पर लागू होता है। इसलिए, विकल्प 1 सही है।

एक द्विध्रुवीय के मध्य बिंदु से दूरी r पर विद्युत्स्थैतिक क्षेत्र किसके आनुपातिक है?

  1. 1/r2
  2. 1/r
  3. 1/r3
  4. r

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : 1/r3

Electric Fields and Gauss' Law Question 12 Detailed Solution

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अवधारणा:

  • द्विध्रुव: प्रणाली की ध्रुवता का माप विद्युत द्विध्रुवीय आघूर्ण है।
  • विद्युत द्विध्रुव का सबसे सरल उदाहरण दूरी द्वारा अलग किए गए समान परिमाण और विपरित चिह्नों के विद्युत आवेशों की एक जोड़ी है।

F1 J.K 3.9.20 Pallavi D6

द्विध्रुव से r दूरी पर किसी भी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र

\(E = \frac{Kp}{r^3}\sqrt{3cos^2θ+1}\)

जहाँ p द्विध्रुवीय आघूर्ण है, r द्विध्रुव से दूरी है, θ कोण है और K स्थिरांक है।

व्याख्या:

द्विध्रुव से r दूरी पर किसी भी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र

\(E = \frac{Kp}{r^3}\sqrt{3cos^2θ+1}\)

E α 1/r3

तो सही उत्तर विकल्प 3 है।

एक बिंदु आवेश के कारण दो विद्युत क्षेत्र रेखाएं:

  1. कभी भी प्रतिच्छेद नहीं करती
  2. आवेश के निकट प्रतिच्छेद कर सकती हैं
  3. हमेशा 2 बिंदुओं पर प्रतिच्छेद करेंगी
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : कभी भी प्रतिच्छेद नहीं करती

Electric Fields and Gauss' Law Question 13 Detailed Solution

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अवधारणा:

विद्युत क्षेत्र रेखाएं

  • विद्युत क्षेत्र रेखाएं काल्पनिक रेखाएं है जिनके अनुदिश एक धन परीक्षण आवेश गति करेगा, यदि उसे मुक्त छोड़ दिया जाता है।
  • विद्युत क्षेत्र की रेखाएं विद्युत क्षेत्र को दर्शाने के लिए बनाई जाती हैं।


विद्युत क्षेत्र रेखाओं के गुणधर्म:

F1 Prabhu Anil 19.04.21 D7

  • विद्युत क्षेत्र रेखाएं धन आवेशों से शुरू होकर ऋण आवेशों पर समाप्त होते हैं। यदि एक भी धन आवेश है तो विद्युत क्षेत्र रेखाएं धन आवेश से शुरू होती हैं और अनंत पर समाप्त होती हैं। इसी तरह यदि एक ऋण आवेश भी है तो विद्युत क्षेत्र रेखाएं अनंत से शुरू होती हैं और ऋण आवेश पर समाप्त होती हैं।
  • एक आवेश मुक्त क्षेत्र में विद्युत क्षेत्र रेखाओं को बिना किसी अंतराल (टुकड़े) के निरंतर वक्र बनाया जा सकता है।


F1 Prabhu Anil 19.04.21 D1

  • विद्युत क्षेत्र रेखाओं पर किसी भी बिंदु पर स्पर्शरेखा उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दिशा प्रदान करती है।
  • बिंदु आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र रेखाएं कभी भी एक-दूसरे को प्रतिच्छेदित नहीं करती हैं।
  • विद्युत क्षेत्र रेखाएं कभी भी संवृत पाश नही बनाती हैं।
  • एक बिंदु पर विद्युत क्षेत्र रेखाओं का घनत्व उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की प्रबलता को इंगित करता है।


व्याख्या:

F1 Prabhu Anil 19.04.21 D15

  • विद्युत क्षेत्र रेखाओं पर किसी भी बिंदु पर स्पर्शरेखा उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दिशा प्रदान करती है ।
  • बिंदु आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र रेखाएं कभी भी एक-दूसरे को प्रतिच्छेदित नहीं करती हैं।
  • यदि एक बिंदु आवेश के कारण दो विद्युत क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को प्रतिच्छेदित करती हैं तो उस बिंदु पर दो अलग-अलग दिशाओं में दो स्पर्शरेखाएँ खींची जा सकती हैं जो उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दो अलग-अलग दिशाओं को दर्शाती हैं जो संभव नहीं है, क्योंकि एक बिंदु पर दिक्स्थान में विद्युत क्षेत्र की केवल एक दिशा होगी। इसलिए विकल्प 1 सही है।

निम्नलिखित में से कौन सा कथन गॉस प्रमेय का सही अर्थ बताता है?

  1. यह प्रमेय एक समरूप सतह से घिरे विद्युतीय क्षेत्र से जुड़े विद्युत अभिवाह को एक समरूप सतह से संलग्न कुल आवेश से संबंधित करता है।
  2. यह प्रमेय एक समरूप सतह से घिरे विद्युतीय क्षेत्र से जुड़े विद्युत विभव को एक समरूप सतह द्वारा संलग्न कुल आवेश से संबंधित करता है।
  3. यह प्रमेय एक समरूप सतह से घिरे विद्युतीय क्षेत्र से जुड़े विद्युत विभव को एक समान सतह द्वारा संलग्न कुल आवेश से संबंधित करता है।
  4. यह प्रमेय एक असमरूप सतह से घिरे विद्युतीय क्षेत्र से जुड़े चुंबकीय अभिवाह को एक समरूप सतह द्वारा संलग्न कुल आवेश से संबंधित करता है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : यह प्रमेय एक समरूप सतह से घिरे विद्युतीय क्षेत्र से जुड़े विद्युत अभिवाह को एक समरूप सतह से संलग्न कुल आवेश से संबंधित करता है।

Electric Fields and Gauss' Law Question 14 Detailed Solution

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संकल्पना:

  • गॉस का नियम: एक बंद सतह के माध्यम से कुल विद्युत अभिवाह सतह में संलग्न आवेश का 1/εo गुना होता है। यानी \({\rm{\Phi }} = \frac{q}{{{\epsilon_o}}}\)
  • लेकिन हम जानते है कि एक बंद सतह के माध्यम से विद्युत अभिवाह निम्न है \(\oint \vec E \cdot \overrightarrow {ds} \)

\(\therefore\oint \vec E \cdot \overrightarrow {ds} = \frac{q}{{{\epsilon_o}}}\)

जहाँ, E = विद्युत क्षेत्र, q = सतह में संलग्न आवेश और εo = मुक्त स्थान की विद्युतशीलता

व्याख्या:

 

  • जब विद्युत् आवेश को किसी वस्तु पर लगातार वितरित किया जाता है जिसकी ज्यामिति समरूप होती है तो इसमें विद्युतीय क्षेत्र का निर्धारण करने के लिए गॉस के नियम का उपयोग किया जाता है।
  • वस्तु एक समतल, सिलेंडर, गोला आदि हो सकती है।
  • यह प्रमेय एक समान सतह से घिरे विद्युतीय क्षेत्र से जुड़े विद्युत अभिवाह को एक समान सतह से संलग्न कुल आवेश से संबंधित करता है। इसलिए विकल्प 1 सही है।

गॉस के नियम के अनुसार एक लंबे पतले आवेशित तार के कारण विद्युत क्षेत्र किससे परिवर्तित होता है?

  1. 1/r
  2. 1/r2
  3. r
  4. r2

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : 1/r

Electric Fields and Gauss' Law Question 15 Detailed Solution

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संकल्पना:

  • गॉस का नियम: एक बंद सतह के माध्यम से कुल विद्युत प्रवाह सतह में संलग्न आवेश का 1/εगुना अर्थात् \({\rm{\Phi }} = \frac{q}{{{\epsilon_o}}}\) होता है।
  • लेकिन हम जानते है कि एक बंद सतह के माध्यम से विद्युत प्रवाह निम्न है\(\oint \vec E \cdot \overrightarrow {ds} \)

\(\therefore\oint \vec E \cdot \overrightarrow {ds} = \frac{q}{{{\epsilon_o}}}\)

जहाँ, E = विद्युत क्षेत्र, q = सतह में संलग्न आवेश और εo = मुक्त स्थान की विद्युतशीलता 

वर्णन:

लाइन आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र -F1 P.Y Madhu 16.04.20 D5 1

  • एक अनंत रूप से लंबे सीधे चालक के कारण विद्युत क्षेत्र निम्न है -

\(E=\frac{\lambda }{2\pi {{\epsilon }_{o}}r}~\)

जहाँ λ =  रैखिक आवेश घनत्व, r = सिलेंडर की त्रिज्या और εo = मुक्त स्थान की विद्युतशीलता।

  • उपरोक्त समीकरण से यह स्पष्ट है कि एक अनंत रूप से लंबे सीधे तार का विद्युत क्षेत्र 1/r के आनुपातिक है। अतः विकल्प 1 सही है।

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