Question
Download Solution PDFपाठ्यवस्तु समग्रता इत्येनेनाभिप्रायः अस्ति
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का अनुवाद - पाठ्यवस्तु समग्रता इससे अभिप्राय है ?
स्पष्टीकरण - पाठ्यवस्तु समग्रता का अभिप्राय है कि विभिन्न अनुच्छेदों अथवा वाक्यों में परस्पर सम्बन्ध दर्शाने के लिए सभी नाम पदों का प्रयोग।
Key Points
पाठ्यवस्तु से तात्पर्य किसी पाठ में निहित सूचनायें। समग्रता से तात्पर्य है सम्पूर्ण या पूरी। विभिन्न कक्षाओं के आधार पर पाठ्यवस्तु की समग्रता अलग-अलग होती है। प्राथमिक स्तर की कक्षाओं में और माध्यमिक स्तर की कक्षाओं में अनुच्छेदों अथवा वाक्यों में संबंध दर्शाने के लिए अलग अलग नाम पदों का प्रयोग किया जाता है।
पाठ्यवस्तु के विकास हेतु दिशा निर्देश-
- पाठ्यपुस्तकों के विकास के समय उपलब्ध बाल साहित्य में से बच्चों की आयु, रुचि और परिवेश को दृष्टिगत रखते हुए रचनाएँ एकत्रित कर चयनित करें।
- रचनाओं के चयन में रोचकता को प्रमुख स्थान दिया जाए। रचनाएँ बच्चों में सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने में सहायक हो।
- पहली कक्षा की पाठ्यपुस्तक की शुरुआत संदर्भ तथा परिवेश के आधार पर सार्थक शब्दों से की जाए।
- पाठ्यवस्तु में ये ध्यान रखा जाता है की उसके सभी अनुच्छेदों में वाक्यों का तथा वाक्यों में शब्दों में परस्पर सम्बद्ध हो क्योंकि यदि उनमे सम्बद्धता नहीं होगी तो वह विषयवस्तु अलग अलग प्रतीत होगी जो समझने में कठिनाई उत्पन्न करेगी।
- इन अनुच्छेदों और वाक्यों में सम्बन्ध दर्शाने के लिए विभिन्न नामों और शब्दों अथवा पदों का प्रयोग किया जाता है। जैसे कोई अनुच्छेद राम के बारे में तो उसके आगे के वाक्यों में राम से सम्बंधित शब्दों का ही प्रयोग किया जायेगा अगर अनुच्छेद से अलग पदों का प्रयोग किया जाता है तो वह अनुच्छेद प्रभाव विहीन हो जाता है।
- पाठ्यवस्तु गतिविधि प्रश्न तथा अभ्यास में कल्पना चिंतन, अनुभव, वर्गीकरण, विश्लेषण, तर्क, तुलना तथा मौलिकता के भरपूर अवसर हो।
अतः स्पष्ट है कि विभिन्न अनुच्छेदों अथवा वाक्यों में परस्पर सम्बन्ध दर्शाने के लिए सभी नाम पदों का प्रयोग आवश्यक है।
पाठ्यवस्तु में विभिन्न सूचनाओं को सम्मिलित करना चाहिए-
- पाठ संख्या स्तरानुरूप हो।
- अभ्यास प्रश्न चित्रों पर भी आधारित हों।
- कविताओं के चयन में ध्वन्यात्मकता तथा नाद सौंदर्य को स्थान मिले।
- पाठ्य सामग्री में बहुभाषिकता को स्थान मिले अभ्यास तथा गतिविधियों में बच्चों को घर की बोली में अभिव्यक्ति के पर्याप्त अवसर मिले।
- गतिविधियां बच्चे के स्तर के अनुरूप हो।
- परिवेश के अनुरूप कार्य करने के अवसर हो ।
- जीवन मूल्य सहजता से तर्क और विश्लेषण के आधार पर समझने के अवसर उपलब्ध हो। समुदाय से संवाद तथा जुड़ाव हो।
- निर्देश प्रत्येक पृष्ठ के नीचे स्पष्ट हो।
- अभिभावक और शिक्षक के निर्देश विस्तृत और स्पष्ट हो।
- शिक्षक निर्देश में पाठों के परिचय के साथ उसमें जाने वाले बिंदुओं का उल्लेख किया जाए
- चित्रों में क्रमबद्धता एवं विषय से सम्बद्धता हो
Additional Information
- कस्मिंश्चित् अनुच्छेदे प्रदत्त-सूचनानुगुणं प्रस्तुतीकरणम् - किसी अनुच्छेद में दी गयी सूचनाओं का प्रस्तुतीकरण।
- दीर्घ-अनुच्छेदात् सूचनालेखनम् - दीर्घ अनुच्छेद द्वारा सूचनाओं को लिखना।
- कथावर्णनानुगुणं अनुच्छेदव्यवस्था - कथा वर्णन के अनुरूप अनुच्छेद की अवस्था।
Last updated on Apr 30, 2025
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