भाषा MCQ Quiz - Objective Question with Answer for भाषा - Download Free PDF

Last updated on May 13, 2025

Latest भाषा MCQ Objective Questions

भाषा Question 1:

'मातृभाषा से भिन्न उच्चारण पैटर्न वाली दूसरी भाषा सीखते समय ध्वनि भेद समझने की जटिलता' किस स्तर के छात्रों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है?

  1. किशोर स्तर पर
  2. युवा स्तर पर
  3. शिशु स्तर पर
  4. प्रौढ़ स्तर पर

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : युवा स्तर पर

भाषा Question 1 Detailed Solution

युवा स्तर पर छात्रों को अक्सर मातृभाषा से भिन्न ध्वनि संरचना वाली दूसरी भाषा सीखने में कठिनाई होती है।

Key Points

  • इस स्तर पर ध्वनि भेद, उच्चारण पैटर्न, महाप्राण-अल्पप्राण ध्वनियाँ, अनुनासिक ध्वनियाँ एवं ध्वनि परिवर्तन के नियमों को आत्मसात करना चुनौतीपूर्ण होता है।
  • भाषा अधिगम में पहले से स्थापित उच्चारण आदतों को बदलना कठिन होता है, क्योंकि युवा अवस्था तक उनकी भाषायी ध्वनि प्रणाली विकसित हो चुकी होती है।
  • कई बार मातृभाषा का प्रभाव दूसरी भाषा के सही उच्चारण में बाधा बनता है।

Additional Information

  • शिशु स्तर पर बच्चे स्वाभाविक रूप से नई ध्वनियों को सीख सकते हैं, क्योंकि उनकी भाषा ग्रहणशीलता अधिक होती है।
  • किशोर स्तर पर, उच्चारण सुधारने की संभावना बनी रहती है, लेकिन वे भी मातृभाषा के प्रभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं होते।
  • प्रौढ़ स्तर पर, उच्चारण सुधारना सबसे कठिन होता है, क्योंकि लंबे समय तक अभ्यास के कारण भाषा की ध्वनियाँ स्थिर हो चुकी होती हैं।

निष्कर्ष: दूसरी भाषा सीखते समय ध्वनि भेद समझने की जटिलता युवा स्तर के छात्रों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है।

भाषा Question 2:

अदिति भूतकाल के नियम जानती है। परन्तु संदर्भ के अनुसार उनका प्रयोग नहीं कर पाती है। उसके पास किस प्रकार का ज्ञान है?

  1. भाषा अर्जन उपकरण
  2. प्रक्रियात्मक ज्ञान
  3. घोषणात्मक ज्ञान
  4. ज्ञान का अनुप्रयोग

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : घोषणात्मक ज्ञान

भाषा Question 2 Detailed Solution

भाषा अधिगम में, विभिन्न प्रकार के ज्ञान होते हैं जिन्हें सीखने वाले भाषा का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए प्राप्त करते हैं। भाषा सीखने में ज्ञान के दो प्राथमिक प्रकार हैं घोषणात्मक ज्ञान और प्रक्रियात्मक ज्ञान। Key Points

  • घोषणात्मक ज्ञान से तात्पर्य तथ्यात्मक ज्ञान से है जो एक शिक्षार्थी जानता है, जैसे व्याकरण के नियमों को जानना।
  • अदिति भूतकाल पूर्ण काल के नियमों को समझती है, जिसका अर्थ है कि उसके पास घोषणात्मक ज्ञान है।
  • हालाँकि, संदर्भ में इसका उपयोग करने में उसकी असमर्थता यह बताती है कि उसने अभी तक वास्तविक संचार में इसका उपयोग करने के प्रक्रियात्मक पहलू को पूरी तरह से विकसित नहीं किया है।

Hint

  • "भाषा अर्जन उपकरण" (LAD) भाषाविद् नोम चोम्स्की द्वारा प्रस्तावित एक सैद्धांतिक निर्माण को संदर्भित करता है। यह सुझाव देता है कि मनुष्य भाषा सीखने के लिए एक मानसिक तंत्र से सहज रूप से सुसज्जित है।
  • प्रक्रियात्मक ज्ञान से तात्पर्य कुछ कार्यों या क्रियाओं को करने के ज्ञान से है, जैसे वास्तविक जीवन के संदर्भों में व्याकरण के नियमों को लागू करना।
  • ज्ञान के अनुप्रयोग में वास्तविक जीवन की स्थितियों में जो कुछ भी हम जानते हैं उसका उपयोग करना शामिल है। अदिति को भूतकाल पूर्ण काल के नियम पता हैं, लेकिन वह संदर्भ में इसका उपयोग नहीं कर सकती।

अतः सही उत्तर घोषणात्मक ज्ञान है।

भाषा Question 3:

भाषा के बारे में कौन-सा सही नहीं है?

  1. भाषा पहचान अभिव्यक्त करती है
  2. भाषा इतिहास का खज़ाना है
  3. भाषा मानव ज्ञान के कुल योग में योगदान देती
  4. कुछ भाषाएँ केवल विज्ञान और अभियान्त्रिकी को ही बेहतर रूप से सम्प्रेषित कर सकती है

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : कुछ भाषाएँ केवल विज्ञान और अभियान्त्रिकी को ही बेहतर रूप से सम्प्रेषित कर सकती है

भाषा Question 3 Detailed Solution

भाषा संचार का एक बुनियादी साधन है, जो संस्कृति, पहचान और इतिहास का सार समेटे हुए है। यह एक ऐसा माध्यम है जिसके ज़रिए व्यक्ति अपने विचार, धारणाएँ और भावनाएँ व्यक्त करता है। Key Points भाषा की विशेषताएँ:

  • भाषा पहचान अभिव्यक्त करती है - भाषा वास्तव में किसी की पहचान व्यक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह व्यक्तियों की सांस्कृतिक, सामाजिक और व्यक्तिगत पहचान को दर्शाती है।
  • भाषा इतिहास का खज़ाना है - भाषा सभ्यताओं का इतिहास रखती है, जिसमें परंपराएं, कहानियां और सांस्कृतिक प्रथाएं शामिल हैं। यह पीढ़ियों के बीच ऐतिहासिक ज्ञान को संरक्षित और प्रसारित करने के माध्यम के रूप में कार्य करती है।
  • भाषा मानव ज्ञान के कुल योग में योगदान देती है - भाषा वह माध्यम है जिसके माध्यम से मनुष्य विचारों, खोजों और ज्ञान को साझा करते हैं। वैज्ञानिक अनुसंधान, दार्शनिक बहस और सांस्कृतिक नवाचार सभी भाषा के माध्यम से संप्रेषित होते हैं।

Hint

  • कुछ भाषाएँ केवल विज्ञान और अभियान्त्रिकी को ही बेहतर रूप से सम्प्रेषित कर सकती है - यह कथन सत्य नहीं है। जबकि कुछ भाषाओं में विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे कुछ क्षेत्रों से संबंधित विशेष शब्दावली हो सकती है, लेकिन कोई भी भाषा इन क्षेत्रों को बेहतर तरीके से व्यक्त करने में स्वाभाविक रूप से बेहतर नहीं है।
  • विज्ञान और इंजीनियरिंग में जटिल अवधारणाओं को व्यक्त करने के लिए किसी भी भाषा को अनुकूलित या समृद्ध किया जा सकता है। वैज्ञानिक विचारों को व्यक्त करने की क्षमता भाषा पर नहीं, बल्कि बोलने वाले की भाषा पर महारत पर निर्भर करती है।

अतः सही उत्तर यह है कि 'कुछ भाषाएँ केवल विज्ञान और अभियान्त्रिकी को ही बेहतर रूप से सम्प्रेषित कर सकती है'।

भाषा Question 4:

भारत के संविधान में अंग्रेजी भाषा की क्या स्थिति है?

  1. राजकीय (ऑफिशियल) भाषा
  2. सह राजकीय भाषा
  3. विदेशी भाषा
  4. वैधानिक निकायों की भाषा

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : सह राजकीय भाषा

भाषा Question 4 Detailed Solution

भाषा मनुष्य होने का एक अभिन्न अंग है। यह बोलने वाले की पहचान का प्रतीक है। भाषा समाज के सदस्यों के बीच संबंधों को परिभाषित करती है और सामाजिक पदानुक्रम को एन्कोड करती है।

Key Points

  • राजभाषा अधिनियम, भारतीय सरकार में हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी को भी अनिश्चित काल तक जारी रखने की अनुमति देता है, जब तक कि कानून इसमें परिवर्तन करने का निर्णय नहीं ले लेता।
  • केंद्रीय प्रशासन द्वारा प्रयुक्त आधिकारिक भाषा के रूप में दो भाषाओं को चुना गया है:
    • अनुच्छेद 343 के अनुसार हिंदी पट्टी के राज्यों के साथ संवाद करते समय केंद्र सरकार द्वारा हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाता है।
    • अंग्रेजी सहयोगी आधिकारिक भाषा है और राज्यों के साथ संवाद करते समय प्रयोग की जाने वाली भाषा है।
  • संविधान के अनुच्छेद 343(1) में प्रावधान है कि देवनागरी लिपि में हिंदी संघ की राजभाषा होगी तथा अंग्रेजी सह राजकीय भाषा होगी।
  • अनुच्छेद 343(2) में संविधान के लागू होने की तारीख से 15 वर्षों तक (अर्थात 25 जनवरी 1965 तक) संघ के सरकारी कामकाज में अंग्रेजी का प्रयोग जारी रखने का प्रावधान किया गया।

इस प्रकार, यह निष्कर्ष निकलता है कि भारतीय संविधान में अंग्रेजी भाषा को सहयोगी राजकीय भाषा का दर्जा दिया गया है।

भाषा Question 5:

निम्नलिखित में से कौन-सा कथन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के द्वारा शास्त्रीय भाषाओं के अध्ययन के बारे में सही है?

  1. माध्यमिक चरण के दौरान एक अतिरिक्त विकल्प के रूप में शास्त्रीय भाषा का अध्ययन
  2. त्रिभाषा सूत्र के अन्तर्गत एक विकल्प के रूप में शास्त्रीय भाषा का अध्ययन
  3. प्रिप्रेटरी चरण के दौरान शास्त्रीय भाषा का अध्ययन
  4. माध्यमिक चरण में एक केन्द्रक (कोर) भाषा के रूप में शास्त्रीय भाषा का अध्ययन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : माध्यमिक चरण के दौरान एक अतिरिक्त विकल्प के रूप में शास्त्रीय भाषा का अध्ययन

भाषा Question 5 Detailed Solution

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 भारत में शिक्षा के विकास के लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत करती है। इसकी विभिन्न सिफारिशों में, यह शास्त्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर देती है।

Key Points

  • शास्त्रीय भाषाएं वे भाषाएं हैं जिनकी विरासत समृद्ध है, सांस्कृतिक मूल्य महत्वपूर्ण है तथा साहित्य का लंबा इतिहास है, जैसे संस्कृत, तमिल तथा समान सांस्कृतिक गहराई वाली अन्य भाषाएं।
  • नीति भाषाई विविधता को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए पाठ्यक्रम में इन्हें शामिल करने की वकालत करती है, साथ ही छात्रों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक समझ को भी समृद्ध करती है।
  • NEP 2020 का प्रस्ताव है कि शिक्षा के माध्यमिक स्तर के दौरान शास्त्रीय भाषाओं का अध्ययन एक अतिरिक्त विकल्प के रूप में उपलब्ध होना चाहिए।
  • यह विकल्प छात्रों को वैकल्पिक विषय के रूप में शास्त्रीय भाषाओं को चुनने की अनुमति देता है, जिससे भाषाई विविधता और प्राचीन ग्रंथों के अध्ययन को बढ़ावा देते हुए भाषा विकल्पों में लचीलापन मिलता है।

अतः सही उत्तर 'NEP 2020 के अनुसार माध्यमिक स्तर के दौरान एक अतिरिक्त विकल्प के रूप में शास्त्रीय भाषा का अध्ययन' है।

Top भाषा MCQ Objective Questions

निम्नलिखित में कौन-सा संकेत भाषा के संबंध में सत्य है?

  1. संकेत भाषा का व्याकरण नहीं है
  2. संकेत भाषा का व्याकरण है
  3. संकेत भाषा भाव-भंगिमा का समूह है
  4. संसार भर में केवल एक ही संकेत भाषा का प्रयोग होता है

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : संकेत भाषा का व्याकरण है

भाषा Question 6 Detailed Solution

Download Solution PDF

संकेत भाषा या सांकेतिक भाषा- सांकेतिक भाषा एक ऐसी भाषा है, जो अर्थ सूचित करने के लिए श्रवणीय ध्वनि पैटर्न में संप्रेषित करने के बजाय, दृश्य रूप में सांकेतिक पैटर्न (हस्तचालित संप्रेषण, अंग-संकेत) संचारित करती है-जिसमें वक्ता के विचारों को धाराप्रवाह रूप से व्यक्त करने के लिए, हाथ के आकार, विन्यास और संचालन, बांहों या शरीर तथा चेहरे के हाव-भावों का एक साथ उपयोग किया जाता है।

  • जहां भी बधिर लोगों का समुदाय मौजूद हो, वहां संकेत भाषा का विकास होता है।
  • उनके स्थानिक व्याकरण, उच्चरित भाषाओं के व्याकरण से स्पष्ट रूप से अलग है।
  • बच्चा सर्वप्रथम भाषा के इस रूप का प्रयोग अपनी बात समझाने में करता है। बालक अपने हाथों को हिला-डुला कर अपनी बात को सांकेतिक भाषा के माध्यम से व्यक्त करता है।

सांकेतिक भाषा का व्याकरण-

  • सांकेतिक भाषा में, व्याकरण मौखिक भाषा से थोड़ा भिन्न होता है।
  • सांकेतिक भाषा में हस्तचालित वर्णमाला (अंगुली वर्तनी) का प्रयोग किया जाता है।

अतः यह निष्कर्ष निकलता है कि संकेत भाषा का व्याकरण है। संकेत भाषा के बारे में सत्य है।

62290bbad2c769214c9c5c63 16516779077211

एक बोली 'मानक बोली' का दर्जा पाने के लिए निम्नलिखित चरणों से गुजरती है -

  1. चयन, संहिताकरण, उद्देश्य का निर्धारण
  2. चयन, स्वीकृति, संहिताकरण और उद्देश्यों का निर्धारण
  3. चयन, उद्देश्यों का निर्धारण, संहिताकरण और स्वीकृति
  4. स्वीकृति, चयन, संहिताकरण और उद्देश्यों का निर्धारण

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : चयन, संहिताकरण, उद्देश्य का निर्धारण

भाषा Question 7 Detailed Solution

Download Solution PDF

मानकीकरण (मानक भाषा के विकास) के सोपान
मानकीकरण (मानक भाषा के विकास) के तीन सोपान इस प्रकार हैं :

  • बोली-→भाषा-→मानक
  • भाषा किसी भाषा का बोल-चाल के स्तर से ऊपर उठकर मानक रूप ग्रहण कर लेना उसका मानकीकरण कहलाता है।
  • प्रथम सोपान : 'बोली' : इस स्तर पर बोली का चयन होता है। पहले स्तर पर भाषा का मूल रूप एक सीमित क्षेत्र में आपसी बोलचाल के रूप में प्रयुक्त होनेवाली बोली का होता है, जिसे स्थानीय, आंचलिक अथवा क्षेत्रीय बोली कहा जा सकता है। इसका शब्द भंडार सीमित होता है। कोई नियमित व्याकरण नहीं होता। इसे शिक्षा, आधिकारिक कार्यव्यवहार अथवा साहित्य का माध्यम नहीं बनाया जा सकता।
  • द्वितीय सोपान : 'भाषा' : वही बोली कुछ विशेष भौगोलिक. सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक व प्रशासनिक कारणों से अपना क्षेत्र विस्तार कर लेती है, उसका लिखित रूप विकसित होने लगता है अर्थात इसका संहिताकरण होने लगता है और इसी कारण वह व्याकरणिक साँचे में ढलने लगती है, उसका पत्राचार, शिक्षा, व्यापार, प्रशासन आदि में प्रयोग होने लगता है, तब वह बोली न रहकर 'भाषा' की संज्ञा प्राप्त कर लेती है।
  • तृतीय सोपान : 'मानक भाषा' : यह वह स्तर है जब भाषा के प्रयोग का क्षेत्र अत्यधिक विस्तृत हो जाता है। वह एक आदर्श रूप ग्रहण कर लेती है। उसका परिनिष्ठित रूप होता है। यह उद्देश्य का निर्धारण करने लगती है। उसकी अपनी शैक्षणिक, वाणिज्यिक, साहित्यिक, शास्त्रीय, तकनीकी एवं कानूनी शब्दावली होती है। इसी स्थिति में पहुँचकर भाषा 'मानक भाषा' बन जाती है। उसी को 'शुद्ध', 'उच्च-स्तरीय', 'परिमार्जित' आदि भी कहा जाता है।

अतः निष्कर्ष निकलता है कि एक बोली 'मानक बोली' का दर्जा पाने के लिए निम्नलिखित चरणों से गुजरती है - चयन, संहिताकरण, उद्देश्य का निर्धारण।

भाषा एक ______ हैI

  1. जटिल प्रक्रिया
  2. समस्यात्मक वस्तु
  3. तार्किक व्यवस्था
  4. नियमबद्ध व्यवस्था

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : नियमबद्ध व्यवस्था

भाषा Question 8 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा हमारे विचारों की एक नियमबद्ध व्यवस्था है। भाषा ही वह माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने विचारों को संगठित व व्यवस्थित करके संसार के सामने रख पाते हैं।

  • चॉम्स्की के अनुसार बच्चों में भाषा सीखने की जन्मजात क्षमता होती है।
  • वाइगोत्स्की के अनुसार बच्चे सामाजिक अंत:क्रिया से भाषा सीखते हैं
  • स्किनर के अनुसार अनुबंध द्वारा भाषा विकास की प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकता है।

Key Points 

  • भाषा अर्जित संपत्ति है।  
  • भाषा नियमबद्ध व्यवस्था होती है।
  • भाषा अनुकरणीय होती है। 
  • भाषा सामाजिक वस्तु है। 
  • भाषा परिवर्तन शील होती है। 
  • एक समृद्ध भाषा कई भाषाओं के शब्दों को स्वयं में निहित रखती है। 
  • भाषा का जितना अधिक प्रयोग किया जाता है, उतना ही भाषा पर पकड़ मजबूत होती जाटी है।
  • भाषाएँ एक - दूसरे के सानिध्य में फलती - फूलती है।

अतः हम कह सकते है कि भाषा एक नियमबद्ध व्‍यवस्‍था है।

उत्पादक शब्दावली हैं_______

  1. वे शब्द जिन्हें हम सुनते और पढ़ते हैं और उनका प्रयोग करते हैं
  2. वे शब्द जिन्हें हम दूसरों से सुनकर प्रयोग करते हैं
  3. वे शब्द जिन्हें हम पढ़ते हैं और उनका प्रयोग करते हैं
  4. वे शब्द जिन्हें हम बोलने व लिखने में प्रयोग करते हैं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : वे शब्द जिन्हें हम बोलने व लिखने में प्रयोग करते हैं

भाषा Question 9 Detailed Solution

Download Solution PDF

शब्दावली (शब्दकोश, लेक्सिकॉन) शब्दों का एक सेट है जो एक व्यक्ति अपने भाषण में समझता है और उपयोग करता है। शब्दावली आमतौर पर दो प्रकारों में विभाजित होती है: सक्रिय/उत्पादक और निष्क्रिय/ग्रहणशील।

Key Points

  • उत्पादक शब्दावली - ये ऐसे शब्द हैं जो एक व्यक्ति नियमित रूप से मौखिक भाषण और लेखन में उपयोग करता है।
  • ग्रहणशील शब्दावली - यह उन शब्दों का सेट है जो एक व्यक्ति सुनकर और पढ़ कर जानता और समझता है, लेकिन खुद उनका उपयोग नहीं करता है। 

अतः निष्कर्ष निकलता है कि उत्पादक शब्दावली वे शब्द जिन्हें हम बोलने व लिखने में प्रयोग करते हैं।

भाषा __________ है।

  1.  संरचनाओं की व्यवस्था
  2. संप्रेषण की व्यवस्था
  3. नियम संचालित व्यवस्था
  4. एक वैज्ञानिक व्यवस्था

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : नियम संचालित व्यवस्था

भाषा Question 10 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा मुख से उच्चारित होने वाली वह ध्वनि है जिसका प्रयोग मनुष्य अपने मन के विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए करता है। यह बच्चों में दक्षता के साथ सहज अभिव्यक्ति के विकास को सुनिश्चित करता है।

  • भाषा एक औजार है जिसका उपयोग जिंदगी के अनुभवों को साझा करने के लिए प्रतीकों की वाचिक व्यवस्था के रूप में किया जाता है।

Important Points

भाषा की प्रकृति: 
  • भाषा नियमबद्ध व्यवस्था होती है।
  • यह एक नियम संचालित व्यवस्था है।
  • भाषा अर्जित संपत्ति एवं सामाजिक वस्तु है। 
  • भाषा अनुकरणीय एवं परिवर्तनशील होती है।
  • भाषाऍं एक - दूसरे के सात्रिध्‍य में फलती - फूलती है।
  • एक समृद्ध भाषा कई भाषाओं के शब्दों को स्वयं में निहित रखती है। 
  • भाषा संज्ञानात्मक लचीलेपन एवं सामाजिक सहिष्णुता को भी जन्म देती है।
  • भाषा का जितना अधिक प्रयोग किया जाएगा, उतना ही भाषा पर पकड़ मजबूत होती है।

अतः निष्कर्ष निकलता है कि भाषा नियम संचालित व्यवस्था है।

भाषाविज्ञान की कौन-सी शाखा संदर्भ में भाषा से जुड़ी है?

  1. अर्थ विज्ञान
  2. उपयोगिता विज्ञान
  3. आकृति विज्ञान
  4. स्वर विज्ञान

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : उपयोगिता विज्ञान

भाषा Question 11 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा एक प्रतीकात्मक, नियम-शासित प्रणाली है, जिसे लोगों के समूह द्वारा अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए साझा किया जाता है। ये नियम सम्मेलनों का समूह हैं जो उनके उचित उपयोग को व्यवस्थित करते हैं और यह निर्धारित करते हैं कि शब्द एक दूसरे से कैसे संबंधित हैं।

  • इनमें से कुछ नियम जो किसी भाषा को संचालित करते हैं, उनमें स्वर विज्ञान, उपयोगिता विज्ञान, आकृति विज्ञान, अर्थ विज्ञान आदि शामिल हैं।
    • उपयोगिता विज्ञानभाषाविज्ञान की उपयोगिता विज्ञान शाखा संदर्भ में भाषा से जुड़ी है। भाषा सीखने के उपयोगिता विज्ञान का अर्थ है किसी भाषा को अपने सुनने-बोलने, लिखने-पढ़ने के व्यवहार में लाना अपनी दिनचर्या में भाषा-प्रयोग को शामिल करना। भाषा सीखने का उपयोगिता विज्ञान भाषा-प्रयोग पर बल देता है। उपयोगिता विज्ञान के अंतर्गत भाषा विज्ञान से जुडी कुछ बाते है जो निम्नलिखित है-
      • बच्चों द्वारा अपनी भाषा में कही गयी बातों को हिंदी भाषा में दोहरानेे के अवसरों की उपलब्धता।
      • भाषाविज्ञान की बारीकियों पर चर्चा। 
      • सक्रिय और जागरूक बनाने वाली रचनाएँ, अखबार, पत्रिकाएँ, फिल्म और ऑडियो-विडियो देखने, सुनने, पढ़ने, लिखने और चर्चा करने (बोलने) के अवसरों की उपलब्धता। भाषाविज्ञान में संदर्भ के अनुसार भाषा विश्लेषण (व्याकरण, वाक्य संरचना, विराम चिन्ह आदि) करने के अवसर। 
      • कल्पनाशीलता और सृजनशीलता को विकसित करने वाली गतिविधियों जैसे रोल प्ले, अभिनय, कविता पाठ, सृजनात्मक लेखन, विभिन्न स्थितियों में संवाद आदि के अवसर।
    • स्वर विज्ञान- 
      • स्वरविज्ञान भाषा का घटक है जो ध्वनियों की गति की संरचना और अनुक्रम को नियंत्रित करने वाले नियमों का उल्लेख करता है।
      • स्वरविज्ञान भाषा विज्ञान की शाखा है जिस तरह से भाषण के साथ काम करता है, लगता है कि एक विशेष भाषा में व्यवहार करता है।
    • आकृति विज्ञान- यह उपजी, मूल शब्द, उपसर्ग और प्रत्यय जैसे शब्दों की आंतरिक संरचना के अध्ययन को संदर्भित करता है।
    • अर्थ विज्ञान- यह शाब्दिक शब्दों के अर्थ का अध्ययन है। यह कुछ प्रतीकों और शब्दों को अर्थ देकर संचार को संभव बनाता है।

अतः यह निष्कर्ष निकलता है कि भाषाविज्ञान की उपयोगिता विज्ञान शाखा संदर्भ में भाषा से जुड़ी है।

ध्वनि विज्ञान के पाँच अवयव हैं। निम्नलिखित में से कौन-सा ध्वनि विज्ञान का अवयव नहीं है?

  1. बलाघात
  2. लहजा
  3. संयोजन
  4. विहंग दृष्टि (स्किम)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : विहंग दृष्टि (स्किम)

भाषा Question 12 Detailed Solution

Download Solution PDF

ध्वनि की गति के अनुक्रम एवं संरचना को एक क्रमबद्ध तरीके से व्यवस्थित कर उसका अध्ययन करना ध्वनि उच्चारण विज्ञान कहलाता है। भाषा विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत मानव द्वारा बोली जाने वाली ध्वनियों का अध्ययन किया जाता है। यह बोली जाने वाली ध्वनियों के भौतिक गुण, उनके शारीरिक उत्पादन, श्रवण ग्रहण की प्रक्रियाओं से संबंधित है।

Key Points

ध्वनि विज्ञान:

  • यह किसी भाषा की ध्वनि प्रणालियों का अध्ययन और उसके स्वरों का विश्लेषण और वर्गीकरण है।
  • स्वनिम बोली जाने वाली भाषा में विशिष्ट और सबसे छोटी ध्वनि की इकाई हैं।
  • यह भाषाओं में ध्वनि कार्यों के तरीके का अध्ययन करता है जिसमें स्वनिम, शब्दांश संरचना, बलाघात, लहजा और संयोजन शामिल हैं।

अतः निष्कर्ष निकलता है कि विहंग दृष्टि (स्किम) ध्वनि विज्ञान का अवयव नहीं है।

सभी भाषाओँ में ______ और ______ ध्वनियाँ एक क्रम में सुनियोजित होती हैं।

  1. स्वरीय, लयबद्ध
  2. स्वरिक, संगीतमय
  3. व्यंजनिक, स्वरीय
  4. व्यंजनिक, संगीतमय

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : व्यंजनिक, स्वरीय

भाषा Question 13 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा के विषय में मूल सत्य है कि भाषा प्रतीकात्मक होती है।

भाषा को शब्द-कोश व कुछ निश्चित वाक्यगत नियमों के मिश्रण के रूप में देखा जाता है - जहाँ यह ध्वनियों, शब्दों व वाक्यों के स्तर पर खास ढंग से नियंत्रित होती है।

Key Points 

  • भाषा ध्वनियों का एक नियमबद्ध क्रम है। 
  • सभी भाषाओं में व्यंजनिक व स्वरीय ध्वनियाँ एक क्रम में सुनियोजित होती हैं।
  • इन ध्वनियों के एक निश्चित प्रतीक होते हैं।
  • इन प्रतीकों का उपयोग प्रायः लेखन एवं पठन में किया जाता है।
  • भाषा के लेखन के अलावा भी तीन कौशल ओर होते हैं- सुनना, बोलना तथा पढ़ना।
  • भाषा को अनुकरण से भी सीखा जाता है।

अतः हम कह सकते हैं कि सभी भाषाओँ में व्यंजनिक और स्वरीय ध्वनियाँ एक क्रम में सुनियोजित होती हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शास्त्रीय भाषा के अध्ययन को ________ के रूप में अनुमोदित करती है।

  1. त्रिभाषा सूत्र में एक भाषा
  2. अनिवार्य भाषा के रूप में
  3. एक अतिरिक्त विकल्प
  4. द्वितीय भाषा के रूप में

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : एक अतिरिक्त विकल्प

भाषा Question 14 Detailed Solution

Download Solution PDF

हमारे देश में कई भाषाएं बोली जाती हैं और यहां विभिन्न वर्गों के लोग निवास करते हैं इतने विभिन्नता के बावजूद यहां पर एकता बनी हुई है। भाषा एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का महत्वपूर्ण तत्व है।राष्ट्रीय की आवश्यकताओं तथा संविधान के आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर पढ़ाई जाने वाली समस्याओं पर केंद्रीय शिक्षा सलाहकार परिषद(CABE) ने सन् 1956 में विचार-विमर्श करके त्रिभाषा सूत्र प्रस्तुत किया।

  • त्रिभाषा सूत्र का शब्दार्थ है तीन भाषाओं वाला सूत्र।
  • केंद्रीय शिक्षा परामर्श बोर्ड ने सेकेंडरी आयोग के सुझाव का समर्थन नहीं किया और सन् 1956 में त्रिभाषा सूत्र का निर्माण किया।
  • इसके अनुसार माध्यमिक स्कूल के प्रत्येक विद्यार्थी को पाठ्यक्रम के जरिए 3 भाषाएं पढ़ानी होगी।

Key Points

1. मातृ भाषा
  • प्रादेशिक भाषा (मातृ भाषा)
  • मातृ भाषा तथा शास्त्रीय भाषा
  • प्रादेशिक भाषा तथा शास्त्रीय भाषा
2. अंग्रेजी या आधुनिक भारतीय भाषा
3. हिंदी (अहिंदी भाषी क्षेत्रों के लिए) या कोई अन्य आधुनिक भारतीय भाषा (हिंदी भाषी क्षेत्रों के लिए)
अतः हम कह सकते हैं कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शास्त्रीय भाषा के अध्ययन को एक अतिरिक्त विकल्प के रूप में अनुमोदित करती है।

कोई भी विषय. कार्यक्षेत्र,__________रूप_______जानने योग्य नहीं होता।

  1. भाषायी, ही
  2. भाषायी, न
  3. व्याकरणिक, सदा
  4. व्याकरणिक ही

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : भाषायी, न

भाषा Question 15 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा-भाषा विचारो,भावो,को यादृच्छिक ध्वनि प्रतीकों के माध्यम से सम्प्रेषित करने की पूर्णतया मानवीय एवं असहजवृत्तिक विधि है

भाषा की प्रकृति-भाषा एक जटिल तथ्य है और इसके बहुत से प्रकार्य होते है।

Key Points

  • कई भाषा वैज्ञानिको ने भाषा के प्रकार्यो को समझने और समझाने का प्रयास किया है। 
  • भाषा की प्रकृति कोई भी विषय, कार्यक्षेत्र,भाषायी रूप न जानने योग्य नहीं होता
  • विभिन्न कार्यक्षेत्रों से जुडी प्रयुक्ति से छात्र-छात्राओं को परिचित करने के अवसर जुटाए जा सकते है,जैसे-खेल,फोटोग्राफी। 
  • इससे कुछ छात्र-छात्राओं की सामाजिक व पारिवारिक पृष्ठभूमि को कक्षा में स्वीकृति मिलेगी।

अतः कोई भी विषय. कार्यक्षेत्र,भाषायी रूप न जानने योग्य नहीं होता।

Get Free Access Now
Hot Links: online teen patti teen patti master update teen patti mastar teen patti star apk