अयादि संधि MCQ Quiz - Objective Question with Answer for अयादि संधि - Download Free PDF

Last updated on Jun 30, 2025

Latest अयादि संधि MCQ Objective Questions

अयादि संधि Question 1:

‘पवन’ का संधि विच्छेद है:

  1. पो + अन
  2. पाव + अन
  3. पव + अन
  4. पो + आन
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पो + अन

अयादि संधि Question 1 Detailed Solution

सही विकल्प 1 पो + अन’ सही है।

Key Points

  • 'पवन' में अयादि संधि है। पो + अन = पवन (ओ + अ = अव), यहाँ 'ओ' और 'अ' के मेल से 'अवबना है। 
  • जब संधि करते समय ए ऐ ओ औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो (ए का अय), (ऐ का आय), (ओ का अव), (औ – आव) बन जाता है। यही अयादि संधि कहलाती है।

Additional Information

संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं।

संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग,

संधि

परिभाषा

उदाहरण

स्वर

स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

 विद्या + अर्थी = विद्यार्थी 

महा + ईश = महेश

व्यंजन

एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

अहम् + कार = अहंकार

उत् + लास = उल्लास

विसर्ग

विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

दुः + आत्मा =दुरात्मा

निः + कपट =निष्कपट

अयादि संधि Question 2:

भो + अन का संधिरूप क्या है?

  1. भोन 
  2. भोवान
  3. भवन
  4. भावन 
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : भवन

अयादि संधि Question 2 Detailed Solution

‘भो+अन’ का संधि रूप ‘भवन’ होगा।  यहाँ ‘ओ+अन्य स्वर = अव’ नियम का पालन किया जा रहा है।  यह नियम अयादि संधि का है। अन्य सभी विकल्प असंगत हैं। अतः सही विकल्प भवन है।  

विशेष

अयादी संधि

ए, ऐ तथा ओ, औ का मेल किसी अन्य स्वर के साथ होने से क्रमशः ए का अय्, ऐ का आय्, ओ का अव् तथा औ का आव् हो जाता है।

जैसे – ने + अन (ए + अ) = नयन, गै + अक (ऐ + अ) = गायक।

अयादि संधि Question 3:

'पवन' के लिए सही संधि विच्छेद को चुनिए।

  1. पव्+अन
  2. पो+अन
  3. पव+अन
  4. पाँव+अन
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पो+अन

अयादि संधि Question 3 Detailed Solution

सही उत्तर विकल्प 2 'पो + अन' है। 

Key Points

  • दिए गए शब्दों में से 'पवन' शब्द का उचित संधि विच्छेद 'पो + अन (ओ + अ = अव् + अ)' है। 
  • यह अयादि संधि का उदाहरण है। 
  • ए, ऐ और ओ औ से परे किसी भी स्वर के होने पर क्रमशः अय्, आय्, अव् और आव् हो जाता है, वहाँ अयादि संधि होती है। 

Additional Information

संधि- दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग।

स्वर संधि

दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि।

स्वार्थ =
स्व + अर्थ

व्यंजन संधि

व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है।

दिग्गज = दिक् + गज

विसर्ग संधि

विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

शिरोमणि = शिर: + मणि

 

अयादि संधि Question 4:

अयादि स्वर संधि की दृष्टि से असुमेलित विकल्प का चयन कीजिए -

  1. विनै + अक = विनायक
  2. विधे + अक = विधायक
  3. लो + इत्र = लवित्र
  4. गो + एषणा = गवेषणा
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : विधे + अक = विधायक

अयादि संधि Question 4 Detailed Solution

असुमेलित विकल्प- विधे + अक = विधायक

  • सही संधि है - विधै + अक = विधायक
  • ए, ऐ और ओ औ से परे किसी भी स्वर के होने पर क्रमशः अय्, आय्, अव् और आव् हो जाता है, वहाँ अयादि संधि होती है। 

Key Pointsअन्य विकल्प 

  • विनै + अक = विनायक (ऐ + अ = आय)
  • लो + इत्र = लवित्र (ओ + इ =अव)
  • गो + एषणा = गवेषणा (ओ + ए = अव)

Additional Information

संधि- दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग।

स्वर संधि

दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि।

स्वार्थ =
स्व + अर्थ

व्यंजन संधि

व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है।

दिग्गज = दिक् + गज

विसर्ग संधि

विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

शिरोमणि = शिर: + मणि

 

अयादि संधि Question 5:

'श्रावक' शब्द में संधि है -

  1. श्राव + अक
  2. श्रौ + अक
  3. श्रौ + आक
  4. श्राव + आक
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : श्रौ + अक

अयादि संधि Question 5 Detailed Solution

सही उत्तर 'श्रौ + अक' है।

  • 'श्रावक' का संधि विच्छेद = श्रौ + अक
  • 'श्रावक' शब्द अयादि संधि का उदाहरण है।
  • 'श्रावकशब्द में 'औ + अ = आव' का मेल हो रहा है इसलिए यहां अयादि संधि है।
  • जब संधि करते समय ए, ऐ, ओ, औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ए का अय, ऐ का आय, ओ का अव, औ का आव बनता है, तो उसे  अयादि संधि कहते हैं।

Key Points

संधि-दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं -

स्वर संधि

स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे – विद्या + अर्थी = विद्यार्थी, महा + ईश = महेश।

व्यंजन संधि

एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे - अहम् + कार = अहंकार, उत् + लास = उल्लास।

विसर्ग संधि

विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है। जैसे – दुः + आत्मा =दुरात्मा, निः + कपट =निष्कपट।

Additional Informationस्वर संधि के भेद:

दीर्घ स्वर संधि - दो सवर्ण, ह्रस्व या दीर्घ, स्वरों के मेल होने पर दीर्घ स्वर बन जाता है, जैसे – शिव + आलय (अ + आ) = शिवालय, गिरि + इन्द्र (इ + इ) = गिरीन्द्र।

यण स्वर संधि -  इ, ई, उ, ऊ या ऋ का मेल यदि असमान स्वर से हो तो इ, ई का 'य'; उ, ऊ का 'व' और ऋ का 'र' हो जाता है, जैसे - यदि + अपि (इ + अ) = यद्यपि, अनु + एषण = अन्वेषण।

गुण स्वर संधि -  अ, आ के साथ इ, ई का मेल होने पर 'ए'; उ, ऊ का मेल होने पर 'ओ'; तथा ऋ का मेल होने पर 'अर्' हो जाता है, जैसे – देव + इन्द्र (अ + इ) = देवेन्द्र

वृद्धि स्वर संधि - अ, आ का मेल ए, ऐ के साथ होने पर 'ऐ' तथा ओ, औ के साथ होने पर 'औ' में परिवर्तित हो जाता है, जैसे – एक + एक (अ + ए) = एकैक, परम + ओजस्वी (अ + ओ) = परमौजस्वी।

अयादि स्वर संधि- यदि ए, ऐ, ओ, औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ए का अय, ऐ का आय, ओ का अव, औ का आव हो जाता है।  

Top अयादि संधि MCQ Objective Questions

‘नयन’ में कौन सी संधि है?

  1. यण संधि
  2. गुण संधि
  3. वृद्धि संधि
  4. अयादि संधि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : अयादि संधि

अयादि संधि Question 6 Detailed Solution

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नयन’ शब्द में अयादि संधि है तथा इसका संधि विच्छेद ने + अन = नयन है। अतः सही विकल्प अयादि संधि है।

स्पष्टीकरण

अयादि संधि

ए, ऐ तथा ओ, औ का मेल किसी अन्य स्वर के साथ होने से क्रमशः ए का अय्, ऐ का आय्, ओ का अव् तथा औ का आव् हो जाता है।

जैसे – ने + अन (ए + अ) = नयन, गै + अक (ऐ + अ) = गायक।

Key Points

  • संधि के तीन भेद होते हैं-
  1. ​स्वर संधि
  2. व्यंजन संधि
  3. विसर्ग संधि

Important Points

  • दो स्वरों के मेल से होने वाले परिवर्तन को स्वर संधि कहते हैं
  • हिम + आलय = हिमालय
  • स्वर संधि के पाँच भेद होते हैं-
  1. दीर्घ संधि
  2. गुण संधि
  3. वृद्धि संधि
  4. यण संधि

शयन में संधि है

  1. अयादि स्वर संधि
  2. यण स्वर संधि
  3. गुण स्वर संधि
  4. वृद्धि स्वर संधि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अयादि स्वर संधि

अयादि संधि Question 7 Detailed Solution

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उपर्युक्त प्रश्न में , अयादि संधि सही उत्तर है। इसका संधि विच्छेद शे + अन होता है। 

Key Points

  • संधि का मतलब होता है ‘मेल’। जब दो वर्णों के परस्पर मेल से जो तीसरा विकार उत्पन्न होता है उसे संधि कहते हैं।
  • संधि ध्वनियों का मेल होता है।
  • जब दो शब्दों का मेल किया जाता है तो पहले शब्द के आखिरी अक्षर दूसरे शब्द के पहले अक्षर के बीच में परिवर्तन होता है। 

उदाहरण के लिए 

  •  विद्या  + अर्थी = विद्यार्थी।
  • ​देव + इंद्र = देवेंद्र।

Additional Information

  •  संधि तीन प्रकार की होती है। 
  • स्वर संधि 
  • व्यंजन संधि 
  • विसर्ग संधि 

 स्वर संधि के प्रकार -

संधि

परिभाषा 

उदाहरण 

दीर्घ संधि

जब दो सवर्ण मिलकर दीर्घ बन जाते हैं तो दीर्घ संधि कहलाता है। ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ के बाद यदि ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ आ जाएँ तो दोनों मिलकर आ, ई और ऊ हो जाते हैं।

जैसे –

 

ई + ई = ई,        नदी + ईश = नदीश ; मही + ईश = महीश 


 

गुण संधि

जब अ और आ के बाद इ,ई या उ ,ऊ या ऋ आ जाये तो दोनों मिलकर ए ,ओ और अर हो जाते हैं। तो इस मेल को गुण संधि कहते हैं। 

जैसे –

 

अ + इ = ए ,  योग + इंद्र = योगेंद्र 

 

अ + ऋ = अर् , सप्त + ऋषि = सप्तर्षी 

वृद्धि संधि 

यदि अ, आ के बाद  ए, ऐ से मेल होने पर ऐ तथा अ, आ का ओ, औ से मेल होने पर औ हो जाता है। इसे वृद्धि संधि कहते हैं।

जैसे –

 

अ + ऐ = ऐ ; हित + ऐषी = हितैषी 

 

अ + ओ = औ ; महा + औषधि = महौषधि

यण संधि

यदि इ , ई  या उ ,ऊ और ऋ के बाद कोई अलग स्वर आये तो इ और ई का ‘य्’ , उ और ऊ का ‘व्’ और ऋ का ‘र्’ हो जाता है तो उसे यण संधि कहते हैं। 

जैसे – 

 

ऋ + अ = र् + आ ; पितृ + आज्ञा = पित्राज्ञा

अयादि संधि 

अयादि संधि 

यदि ए, ऐ और ओ, औ के बाद जब कोई स्वर आ जाता है तब “ए” के साथ मिल कर अय्, ओ के साथ मिल कर “अव”, ऐ के साथ मिल कर आय, तथा औ के साथ मिल कर आव, बन जाता है। तो यह अयादि संधि कहलाती है।

जैसे- 

 

ओ + अ = अव् + अ ; पो + अन = पवन


 

Important Points

  •  व्यंजन संधि के नियम- 
  • यदि म् के बाद कोई भी व्यंजन म तक हो तो उसी वर्ग का अनुसार लिखा जाता है । 
  • जैसे – सम्+पादक = संपादक, किम्+ तु = किंतु, सम्+कलन = संकलन

  • यदि क्, च्, ट्, त्, प् के बाद किसी तीसरा या चौथा वर्ण या य्, र्, ल्, व् हो या कोई स्वर हो तो उस वर्ग का तीसरा वर्ण बन जाता है। 

​​* उदाहरण -जैसे- वाक्+ईश = वागीश, अच्+अंत = अजंत, अप्+ज = अब्ज

 

  • विसर्ग संधि- 

    विसर्ग के बाद स्वर या व्यंजन के मेल होने पर विसर्ग में जो विकार उत्पन्न होता है उसे विसर्ग संधि कहते हैं। 

  • जैसे – मनः + अनुकूल = मनोनुकूल, दु:+उपयोग = दुरुपयोग

'पो + अन' किस स्वर संधि का उदाहरण है?

  1. गुण
  2. अयादि
  3. वृद्धि
  4. यण

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अयादि

अयादि संधि Question 8 Detailed Solution

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इसका सही उत्तर 'अयादि' है।

Key Points

अयादि संधि

संधि करते जब ए के बाद अन्य स्वर आए तो ‘अय’, ऐ के बाद कोई अन्य स्वर आए तो ‘आय’, ओ के बाद कोई अन्य स्वर आए तो ‘अव’, और औ के बाद कोई अन्य स्वर आए तो ‘आव’ हो जाता हैं। ऐसी संधि को अयादी संधि कहा जाता हैं।

पो + अन = पवन

(ओ+अ=अव)

 

अन्य विकल्प - 

प्रकार

परिभाषा

उदाहरण

गुण संधि

गुण संधि में दो भिन्न स्वरों के मिलने से एक अन्य स्वर बनता हैं। जैसे अ और इ के मिलने से ए बनता हैं।

महा + उत्सव = महोत्सव

वृद्धि संधि

जब संधि करते समय अ या आ के बाद ए या ऐ आए तो ‘ऐ’, अ या आ के बाद ओ या औ आए तो ‘औ’ हो जाता हैं।

पुत्र + एषणा = पुत्रैषणा

 

यण संधि

कुछ स्वरों को संधि करते समय आपस में मिलाने पर य और र में बदल जाते हैं। ऐसी संधि को यण संधि कहा जाता हैं. इस संधि में इ या ई के बाद कोई स्वर आए तो ‘य’ तथा उ या ऊ के बार कोई स्वर आए तो ‘व्’ में परिवर्तित हो जाता हैं।

अति + अधिक = अत्यधिक

 

Additional Information

संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं।

संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग,

संधि

परिभाषा

उदाहरण

स्वर

स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के 

मेल से विकार उत्पन्न होता है।

 विद्या + अर्थी = विद्यार्थी 

महा + ईश = महेश

 व्यंजन 

एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के 

मेल से विकार उत्पन्न होता है।

अहम् + कार = अहंकार

उत् + लास = उल्लास

विसर्ग

विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के

 मेल से विकार उत्पन्न होता है।

दुः + आत्मा =दुरात्मा

निः + कपट =निष्कपट

'नायक' में संधि है:

  1. अयादि स्वर संधि
  2. वृद्धि स्वर संधि
  3. व्यंजन संधि
  4. विसर्ग संधि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अयादि स्वर संधि

अयादि संधि Question 9 Detailed Solution

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सही उत्तर 'अयादि स्वर संधि' है। 

Key Points

  • 'नायक - 'नै + अक = नायक'  (ऐ + अ = आय)' में अयादि स्वर संधि है।
  • यहाँ 'ऐ' और 'अ' के मेल से 'आय' बना है।
  • इस संधि में  ए, ऐ, ओ, औ, स्वरों का मेल दूसरे स्वरों से हो तो ए का अय, ऐ का आय, ओ का अव और औ का आव हो जाता है। 

अन्य विकल्प: 

  • वृद्धि स्वर संधिइसमें अ या आ के बाद ए या ऐ आए तो ‘ऐ’ और ओ और औ आए तो औ हो जाता हो।
    • जैसे - लोक + एषण = लोकैषणा.। 
  • व्यंजन संधि व्यंजन के बाद स्वर या व्यंजन आये तो उनके मिलने से जो विकार होता है उसे व्यंजन सन्धि कहते है। 
    • जैसे - सु + समा = सुषमा। 
  • विसर्ग संधिविसर्ग के बाद स्वर या व्यंजन आने पर विसर्ग में जो विकार होता है उसे विसर्ग सन्धि कहते है।
    • जैसे - मन: + अनुकूल = मनोनुकूल। 

Additional Information

  • दो समीपवर्ती वर्णों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है वह सन्धि कहलाता है।
  • सन्धि में पहले शब्द के अंतिम वर्ण का मेल होता है
  • सन्धि के तीन भेद होते हैं-
    (1) स्वर-सन्धि
    (2) व्यंजन सन्धि
    (3) वृद्धि विसर्ग सन्धि

'पवन' के लिए सही संधि विच्छेद को चुनिए।

  1. पव्+अन
  2. पो+अन
  3. पव+अन
  4. पाँव+अन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पो+अन

अयादि संधि Question 10 Detailed Solution

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सही उत्तर विकल्प 2 'पो + अन' है। 

Key Points

  • दिए गए शब्दों में से 'पवन' शब्द का उचित संधि विच्छेद 'पो + अन (ओ + अ = अव् + अ)' है। 
  • यह अयादि संधि का उदाहरण है। 
  • ए, ऐ और ओ औ से परे किसी भी स्वर के होने पर क्रमशः अय्, आय्, अव् और आव् हो जाता है, वहाँ अयादि संधि होती है। 

Additional Information

संधि- दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग।

स्वर संधि

दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि।

स्वार्थ =
स्व + अर्थ

व्यंजन संधि

व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है।

दिग्गज = दिक् + गज

विसर्ग संधि

विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

शिरोमणि = शिर: + मणि

 

'गुरवे' शब्द का सही सन्धि-विच्छेद होगा

  1. गुरू + वे
  2. गुरू + ए
  3. गुर + वे
  4. गुरो + ए

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : गुरो + ए

अयादि संधि Question 11 Detailed Solution

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उपर्युक्त प्रश्न में सही उत्तर गुरो+ए है।

Key Points

  • गुरवे में अयादि संधि है।
  • “एचोऽयवायावः” सत्र द्वारा संहिता के विषय में अच (कोई भी असमान स्वर) सामने होने पर
  • ‘एच’ (ए, ओ, ऐ, औ) के स्थान पर क्रमशः अयादि संधि (अय्, अव्, आय, आव्) आदेश होते हैं।
  • उदाहरण
    • अ) ए + अच् = अय् + अच्
  • ने + अनम् = नयनम्
  • कवे + ए = कवये
  • हरे + ए = हरये
  • शे + अनम् = शयनम्
  • हरे + एहि = हरयेहि
  • चे + अनम् = चयनम्
  • भो + अनम् = भवनम्
  • विष्णो + इह = विष्णविह

पौ + अन को सन्‍ध‍ि युक्‍त करने पर क्‍या रूप है?

  1. पवन
  2. पावन
  3. पौन
  4. पाचन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पावन

अयादि संधि Question 12 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में उचित उत्तर विकल्प 2 ‘पावन’ है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।

Key Points

  • ‘पावन’ शब्द का उचित संधि-विच्छेद ‘पौ + अन’।
  • यह अयादि संधि का उदाहरण है।

संधि

परिभाषा

उदहारण

अयादि संधि

जब संधि करते समय ए, ऐ, ओ, औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो (ए का अय), (ऐ का आय), (ओ का अव), (औ का आव) बन जाता है। यही अयादि संधि कहलाती है। य, व् से पहले व्यंजन पर अ, आ की मात्रा हो तो अयादि संधि हो सकती है, लेकिन अगर और कोई विच्छेद न निकलता हो तो + के बाद वाले भाग को वैसा का वैसा लिखना होगा।

नौ + इक = नाविक

 

Additional Information

संधि- सन्धि (सम् + धि) शब्द का अर्थ है 'मेल' या जोड़। दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है वह संधि कहलाता है। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग

संधि

परिभाषा

उदाहरण

स्वर

स्वरों का स्वरों के साथ मेल होने पर उनमें जो ध्वनि सम्बन्धी परिवर्तन होता है, उसे ‘स्वर-सन्धि’ कहते हैं।

राम  + आधार = रामाधार

व्यंजन

जब संधि करते समय व्यंजन के साथ स्वर या कोई व्यंजन के मिलने से जो रूप में परिवर्तन होता है, उसे ही व्यंजन संधि कहते हैं।

षट् + आनन = षडानन

विसर्ग

विसर्ग के बाद जब स्वर या व्यंजन आ जाये तब जो परिवर्तन होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

मनः + बल = मनोबल

'नाविक' का सही संधि-विच्छेद है-

  1. नौ + विक
  2. ना + विक
  3. नौ + इक
  4. न + आविक

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : नौ + इक

अयादि संधि Question 13 Detailed Solution

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सही उत्तर विकल्प 3 'नौ + इक है। अन्य विकल्प असंगत हैं।

Key Points

  • ए, ऐ, ओ, औ के बाद कोई भिन्न स्वर जाता है तो 'ए' का अय, 'ऐ' का आयु, 'ओ' का अव् तथा 'औ' का आव् हो जाता है, इसे अयादि संधि कहते हैं।
  • नाविक = नौ + इक, यहाँ औ + ई = आव् में परिवर्तित होने के कारण अयादि संधि है। 

Additional Information

संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं।

संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और  3.विसर्ग,

संधि

परिभाषा

उदाहरण

स्वर

स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

 विद्या + अर्थी = विद्यार्थी 

महा + ईश = महेश

व्यंजन

एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

अहम् + कार = अहंकार

उत् + लास = उल्लास

विसर्ग

विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

दुः + आत्मा =दुरात्मा

निः + कपट =निष्कपट

 

'नाविक' का सही संधि-विच्छेद है:

  1. नाव + इक
  2. नौ + इक
  3. ना + विक
  4. नावी + क

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नौ + इक

अयादि संधि Question 14 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 'नौ + इक' होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

Key Points

  • 'नाविक' का सही संधि-विच्छेद 'नौ + इक = नाविक' होगा। 
  • यह अयादि संधि का उदाहरण है। 
  • जहां ए, ऐ और ओ, औ से परे किसी भी स्वर के होने पर क्रमशः अय्, आय्, अव् और आव् हो जाता है। उसे अयादि संधि कहते हैं।

Additional Information 

संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर 2. व्यंजन और 3. विसर्ग।

स्वर संधि

दो स्वरों के मेल से उत्पन्न होने वाले विकार को स्वर संधि कहते हैं। इसके इसके पाँच भेद हैं- दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण, अयादि।

स्वार्थ = स्व + अर्थ

व्यंजन संधि

व्यंजन के बाद यदि किसी स्वर या व्यंजन के आने से उस व्यंजन में जो विकार / परिवर्तन उत्पन्न होता है वह व्यंजन संधि कहलाता है।

दिग्गज = दिक् + गज

 

विसर्ग संधि

विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

शिरोमणि = शिर: + मणि

 

‘शयन’ का संधि विच्छेद है –

  1. शे + अन
  2. शे + आन
  3. शै + अन
  4. श + अन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : शे + अन

अयादि संधि Question 15 Detailed Solution

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'शयन' का सही संधि विच्छेद है - शे + अन। शेष विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। अतः विकल्प 1 ‘शे + अन’ सही है।

Key Points

  • 'शयन' में अयादि संधि है। शे + अन = शयन (ए + अ = अय् + अ), यहाँ 'ए' और 'अ' के मेल से 'अयबना है। 
  • जब संधि करते समय ए , , , औ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो (ए का अय), (ऐ का आय), (ओ का अव), (आव) बन जाता है। यही अयादि संधि कहलाती है।

Additional Information

संधि - दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं - 1. स्वर, 2. व्यंजन और 3. विसर्ग,

संधि

परिभाषा

उदाहरण

स्वर

स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

 विद्या + अर्थी = विद्यार्थी 

महा + ईश = महेश

व्यंजन

एक व्यंजन से दूसरे व्यंजन या स्वर के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

अहम् + कार = अहंकार

उत् + लास = उल्लास

विसर्ग

विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से विकार उत्पन्न होता है।

दुः + आत्मा =दुरात्मा

निः + कपट =निष्कपट

 

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