पढ़ना MCQ Quiz - Objective Question with Answer for पढ़ना - Download Free PDF
Last updated on May 13, 2025
Latest पढ़ना MCQ Objective Questions
पढ़ना Question 1:
उपन्यास पढ़ना किसका उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 1 Detailed Solution
पठन को उद्देश्य के आधार पर अलग-अलग प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे कि विस्तार से पढ़ना, सामान्य समझ या विशिष्ट जानकारी के लिए पढ़ना। प्रत्येक प्रकार शिक्षार्थियों में अलग-अलग पढ़ने के कौशल विकसित करने में मदद करता है। Key Points
- उपन्यास पढ़ना व्यापक पठन का एक उदाहरण है। इस प्रकार के पढ़ने में विशिष्ट विवरण या भाषा संरचनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सामान्य समझ, आनंद या समग्र अर्थ के लिए लंबे पाठों के साथ जुड़ना शामिल है।
- यह संदर्भ में भाषा के स्वाभाविक प्रदर्शन के माध्यम से शब्दावली, पढ़ने की प्रवाहशीलता और समझ को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- कक्षा के बाहर या लंबे समय तक पढ़े जाने वाले उपन्यास, कहानियां और लेख आमतौर पर व्यापक पढ़ाई का हिस्सा होते हैं।
Hint
- बारीकी से पठन (स्कैनिंग) से तात्पर्य विशिष्ट जानकारी (जैसे, दिनांक, नाम) की खोज से है।
- सरसरी तौर पर पठन (स्किमिंग) में पाठ का सार या मुख्य विचार समझने के लिए उसे शीघ्रता से पढ़ना शामिल है।
- गहन पठन (इंटेंसिव रीडिंग) में गहन समझ और भाषा विश्लेषण के लिए ध्यानपूर्वक पढ़े गए छोटे पाठों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
अतः सही उत्तर विस्तृत पठन (एक्सटेंसिव रीडिंग) है।
पढ़ना Question 2:
लघु कथा कहते समय 'पठन के दौरान' की कौन-सी गतिविधि होगी?
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 2 Detailed Solution
पठन गतिविधियों को प्रायः तीन चरणों में विभाजित किया जाता है: पठन-पूर्व, पठन-समय तथा पठन-पश्चात।
- पाठ्य-वस्तु के वास्तविक पठन के दौरान ही पठन-पाठन गतिविधियां संचालित की जाती हैं और इनका उद्देश्य समझ को बढ़ावा देना, संलग्नता बनाए रखना और विषय-वस्तु के साथ अंतर्क्रिया को प्रोत्साहित करना होता है।
Key Points
- जोड़े में काम करना और एक-दूसरे को पढ़कर सुनाना, पढ़ते समय की एक प्रभावी गतिविधि है। इस विधि में छात्र सक्रिय रूप से पाठ के साथ जुड़ते हैं और साथ मिलकर उसे जोर से पढ़ते हैं।
- यह सहयोग, साझा समझ और संदेहों के तत्काल समाधान को बढ़ावा देता है। जोड़े में पढ़ने से, शिक्षार्थियों को उच्चारण का अभ्यास करने, ध्यान से सुनने और कहानी के प्रवाह को समझने में एक-दूसरे की सहायता करने का अवसर भी मिलता है।
- यह उन्हें पढ़ने की पूरी प्रक्रिया में शामिल रखता है और प्रवाह और आत्मविश्वास का निर्माण करता है। यह बातचीत सुनिश्चित करती है कि शिक्षार्थी चौकस रहें और कहानी को समझें क्योंकि यह आगे बढ़ती है।
Hint
- कवि के जीवन-वृत्तांत पर चर्चा करना एक पूर्व-पठन गतिविधि है, क्योंकि इससे पाठ से जुड़ने से पहले पृष्ठभूमि ज्ञान का निर्माण होता है।
- शिक्षक द्वारा नए शब्दों के अर्थ पूछना और वाक्य रचना करना अक्सर पढ़ने के बाद शब्दावली पर केन्द्रित कार्य होता है।
- कहानी में होने वाली घटनाओं की भविष्यवाणी शिक्षार्थियों द्वारा आम तौर पर पढ़ने से पहले या महत्वपूर्ण विरामों पर की जाती है, जिससे यह एक पूर्व-पठन रणनीति बन जाती है।
अतः सही उत्तर है कि शिक्षार्थी दो-दो के जोड़ों में पठन करते हैं और एक-दूसरे को पढ़कर सुनाते हैं।
पढ़ना Question 3:
अपने फोन की सम्पर्क सूची में किसी का फोन नम्बर ढूंढ़ना किसका उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 3 Detailed Solution
पढ़ने और सूचना पुनर्प्राप्ति में, पाठक या उपयोगकर्ता के लक्ष्य के आधार पर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया जाता है। कार्य के आधार पर, विशिष्ट जानकारी को जल्दी से खोजने या समीक्षा करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है Key Points
- इस मामले में, आपके फोन की संपर्क सूची में एक विशिष्ट नंबर की तलाश में बारीकी से पठन (स्कैनिंग) शामिल है।
- स्कैनिंग किसी विशेष जानकारी को खोजने की प्रक्रिया है, जो प्रायः शीघ्रता से, सब कुछ पढ़े बिना की जाती है।
- जब आप किसी संपर्क नंबर की खोज करते हैं, तो आप जानकारी के एक बड़े समूह (संपर्क सूची) में से किसी खास आइटम की तलाश कर रहे होते हैं, और आप अक्सर पूरी सूची पढ़े बिना ऐसा करते हैं। यह स्कैनिंग का एक आदर्श उदाहरण है।
Hint
- समीक्षा: समीक्षा का तात्पर्य है पहले से सीखी गई सामग्री या जानकारी को विस्तार से पढ़ना। यह समझ सुनिश्चित करने के लिए सामग्री को फिर से देखने के बारे में है।
- सरसरी तौर पर पठन (स्किमिंग): स्किमिंग में सामग्री का सामान्य ज्ञान प्राप्त करने के लिए तेजी से पढ़ना शामिल है, आमतौर पर इसका उद्देश्य मुख्य विचार या अवलोकन प्राप्त करना होता है।
- सर्वेक्षण: सर्वेक्षण से तात्पर्य आमतौर पर किसी चीज की व्यापक रूप से जांच करने से है, अक्सर किसी विषय के सर्वेक्षण की तरह संपूर्ण का अवलोकन प्राप्त करने के लिए।
अतः सही उत्तर बारीकी से पठन (स्कैनिंग) है, क्योंकि यह एक बड़े सेट के भीतर विशिष्ट जानकारी की शीघ्रता से खोज करने की गतिविधि का सबसे अच्छा वर्णन करता है।
पढ़ना Question 4:
निम्नलिखित में से कौन-सा कौशल समझ के साथ पठन का लक्षण नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 4 Detailed Solution
पठन बोध लिखित पाठ को समझने, उसकी व्याख्या करने और उसका अर्थ निकालने की क्षमता है। इसमें कई संज्ञानात्मक कौशल शामिल होते हैं, जिनमें मुख्य विचारों की पहचान करना, सामग्री का सारांश तैयार करना, भविष्य के विकास का अनुमान लगाना और विचारों या घटनाओं के क्रम की तर्कशीलता का मूल्यांकन करना शामिल है।
Key Points
वे कौशल जिन्हें पठन बोध के रूप में माना जाता है:
- आगामी सामग्री का अनुमान लगाना बोध का एक महत्वपूर्ण कौशल है, क्योंकि यह पाठकों को पाठ के बारे में पूर्वानुमान और अनुमान लगाने में मदद करता है, जिससे वे जुड़े रहते हैं और समझ में वृद्धि होती है।
- घटनाओं या विचारों के क्रम को व्यवस्थित और मूल्यांकित करना पाठ की संरचना और सामग्री के विभिन्न भागों के बीच संबंधों को समझने में पाठकों की सहायता करता है।
- अब तक पढ़े गए पाठ का मानसिक सारांश तैयार करना पाठकों को जानकारी को एकीकृत करने, समझ की जांच करने और अगले हिस्से के लिए तैयारी करने में सहायता करता है।
Hint
- व्यक्तिगत अक्षरों या वर्णमाला पर ध्यान केंद्रित करना पढ़ने की समझ से जुड़े कौशल में आम तौर पर शामिल नहीं है।
- पढ़ने की समझ में अर्थ, संदर्भ और पाठ में विचारों के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता की आवश्यकता होती है, न कि व्यक्तिगत अक्षरों या ध्वनियों पर उलझने की।
इस प्रकार, सही उत्तर विशिष्ट अक्षरों/वर्णमाला पर ध्यान केंद्रित करना है।
पढ़ना Question 5:
किसी पाठ्य सामग्री से विशिष्ट सूचना निकालने के उद्देश्य से गहनपूर्वक या गहराई से उस पाठ्य सामग्री को पढ़ने का कौशल _____ बोध है।
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 5 Detailed Solution
पठन और अकादमिक संभाषण में समझ सबसे आवश्यक शैक्षणिक गतिविधि है। यह भाषा शिक्षण में सबसे महत्वपूर्ण कौशलों में से एक है।
Key Points
- स्थानीय बोध से तात्पर्य विशिष्ट जानकारी निकालने के लिए किसी पाठ को बारीकी से या गहनता से पढ़ने की क्षमता से है।
- इसमें उन विवरणों, तथ्यों और सूचनाओं को समझना शामिल है जो सीधे पाठ में बताए गए हैं।
- यह व्यापक या अधिक सामान्य समझ के विपरीत है, जैसे कि निष्कर्ष निकालना या सामग्री का मूल्यांकन करना।
Hint
- वैश्विक बोध का तात्पर्य पाठ के समग्र अर्थ या मुख्य विचारों को समझना है।
- निष्कर्षात्मक बोध में पंक्तियों के बीच अनुमान लगाना या जो सीधे तौर पर कहा गया है उससे आगे जाना शामिल है।
- मूल्यांकनात्मक बोध में लेखक के इरादे, प्रभावशीलता और पूर्वाग्रह जैसे पहलुओं पर विचार करते हुए पाठ का मूल्यांकन या आलोचना करना शामिल है।
इसलिए, किसी पाठ्य सामग्री से विशिष्ट सूचना निकालने के उद्देश्य से गहनपूर्वक या गहराई से उस पाठ्य सामग्री को पढ़ने का कौशल स्थानीय बोध है।
Top पढ़ना MCQ Objective Questions
प्राथमिक स्तर पर पढ़ना सीखने में सबसे कम महत्त्वपूर्ण है
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF- कोलर्स के अनुसार- पढ़ते समय हम शब्दों का अनुमान लगाते हुए चलते हैं।
- पठन का मुख्य उद्देश्य किसी अवतरण के विचार को आत्मसात् करना है। यह महत्वपूर्ण विचारों पर ध्यान केंद्रित करने का तरीका है।
- ऐसे कई प्रयोगों के आधार पर कई भाषा वैज्ञानिकों का विचार है कि अक्षर पहचान और पढ़ने में जमीन आसमान का अंतर है।
- दरअसल, पढ़ने का मतलब अक्षरों से जुड़ी ध्वनियाँ पैदा करना न होकर लिखी हुई चीज का अर्थ निकालना है।
- पढ़ने को हम जब इस व्यापक अर्थ में लेते हैं तो स्पष्ट है कि कई विद्यार्थी जो उच्चारण शायद कर भी लेते हों, सही अर्थों में पढ़ नहीं पाते हैं।
- अन्य कई भाषा वैज्ञानिकों का मानना है कि पढ़ना सीखने का सर्वोत्तम तरीका पढ़ना ही है- पढ़कर ही पढ़ना सीखा जा सकता है।
- साइकिल और उसे चलाने के बारे में बारीक जानकारी हासिल करने का यह अर्थ नहीं कि उक्त व्यक्ति साइकिल चला भी लेगा।
- साइकिल चलाना तो उस पर चढ़कर ही सीखा जा सकता हैं।
पढ़ने का संबंध _____ से है।
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFमानव अपने विचारों को सुनकर, बोलकर, पढ़कर और लिखकर अभिव्यक्त करता है, भाषा से संबंधित इन चारो प्रक्रियाओं को प्रयोग करने की क्षमता ही भाषा कौशल कहलाती है। यहां सुनना और पढ़ना विचारों को ग्रहण करने से तथा बोलना और लिखना विचारों को अभिव्यक्त करने से संबंधित है।
- पठन कौशल: इसमें लिपि प्रतिको की पहचान करना, उच्चारण करना, अर्थ ग्रहण करना जैसी योग्यता का समावेश है।
- पढ़ने की प्रक्रिया में अनेक कुशलताएँ शामिल हैं, जैसे – अक्षर-ध्वनि संबंध बना पाना, भाषा विशेष की संरचनागत विशेषताओ को समझ पाना, संदर्भ और अपने पर्व अनभुवों के आधार पर मुद्रित सामग्री से अर्थग्रहण करना।
- पढ़ने की इस पूरी प्रक्रिया में जो सबसे महत्वपूर्ण तत्व अर्थ है।
- दरअसल पढ़ने की प्रक्रिया तभी से शरू हो जाती है जब बच्चे अपने परिवेश में उपलब्ध प्रिंट या लिखित को पहचानते हैं। अर्थात चित्रों को पढ़ना यानी उनका वरन करना भी एक तरह से पढ़ना ही है।
- इससे यह तय है कि पढ़ना केवल लिपि-चिह्नों को पहचानने और उन्हें उच्चरित करने की प्रक्रिया नहीं है।
अतः उपर्युक्त पंक्तियों से स्पष्ट है कि पढ़ने का संबंध अर्थ से है।
लिखित सामग्री को मन ही मन बिना आवाज किए चुपचाप पढ़ना कहलाता है
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFलिखित भाषा को पढने की क्रिया को पठन कौशल कहा जाता है जैसे पुस्तकों को पढ़ना, समाचार पत्रों को पढ़ना आदि भाषा के संदर्भ में पढ़ने का अर्थ कुछ भिन्न होता है।भाव और विचारो को लिखित भाषा के माध्यम से पढ़कर समझने को पठन कहा जाता है।
Important Points
मौन पठन, पठन का एक प्रकार जिसमें लिखित सामग्री को बिना आवाज किए भावार्थ को समझते हुए पढ़ना शामिल होता है। इसमें बच्चे मुख्य रूप से साहित्य, पत्रिकाएं, उपन्यास, हास्य पुस्तकें आदि का पाठ कर सूचनाएं प्राप्त करते हैं। मौन वाचन, पठन का एक प्रकार जिसमें:
- पठित वस्तु के अर्थग्रहण के कौशल के विकास पर बल दिया जाता है।
- पाठ्य सामग्री को बिना उच्चारण के भावार्थ को समझते हुए पढ़ना शामिल होता है।
- नेत्र और मस्तिष्क दोनो सक्रिय होते हैं तथा यह स्वाध्याय की रुचि जागृत करने में सहायक होता है।
- मुख्य रूप से आत्मकथा, जीवनी, यात्रावृत्तांत और निबंध आदि को विशिष्ट रूप से अर्थग्रहण करते हुए पढ़ा जाता है।
Key Points
सस्वर वाचन |
यह बच्चों द्वारा पाठ को स्वर सहित पढ़ने से सम्बन्धित है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में वाचन कौशल का विकास करना होता है। |
अनुकरण वाचन |
यह कक्षा में शिक्षक के वाचन के उपरांत बच्चों द्वारा उसको दोहराया जाने से सम्बन्धित है। |
समवेत/सामूहिक वाचन |
यह एक समूह में बच्चों के द्वारा पठन से सम्बन्धित है। |
अतः यह कहा जा सकता है कि मौन वाचन लिखित सामग्री को मन ही मन बिना आवाज किए चुपचाप पढ़ना कहलाता है।
उच्च प्राथमिक स्तर पर समझकर पढ़ने के संदर्भ में सर्वाधिक महत्तवपूर्ण है
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFउच्च प्राथमिक स्तर पर हिंदी भाषा शिक्षण का महत्वपूर्ण उद्देश्य बच्चों को हिंदी भाषा के विविध स्वरूपों की जानकारी देना है। हिंदी भाषा शिक्षण का उद्देश्य विविध साहित्यिक विधाओं से बच्चों को परिचित करा के उन्हें अपने अनुभवों के आधार पर विभिन्न संदर्भों में भाषा प्रयोग में सफल बना।
Key Points
- भाषा के चार मुख्य कौशल सुनना, बोलना, पढ़ना तथा लिखना है। इन कौशलों के प्रयोग के द्वारा ही मानव अपने विचारों का सरलतापूर्वक आदान प्रदान करता है।
- पढ़ना अथवा पठन भाषा के चार कौशलों में से एक है। यह एक उद्देश्यपूर्ण एवम् चिंतन प्रधान प्रक्रिया है जिसमें भाषा की संरचना की समझ तथा पढ़े जा रहे पाठ के साथ विद्यार्थी के भावनात्मक संबंध द्वारा अर्थ ग्रहण पर बल दिया जाता है।
- समझकर पढ़ने के संदर्भ में सर्वाधिक महत्तवपूर्ण किसी लिखित सामग्री का निहितार्थ समझना है।
- समझकर पढ़ने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को लिखित सामग्री के साथ जुड़ने में मदद तथा उन्हें अनुभव दिलाना है।
- समझकर पढ़ने का मतलब सोचने की एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया से होता है।
अतः उपर्युक्य पंक्तियों से स्पष्ठ है कि उच्च प्राथमिक स्तर पर समझकर पढ़ने के संदर्भ में सर्वाधिक महत्तवपूर्ण किसी लिखित सामग्री का निहितार्थ समझना है।
विद्यार्थियों की पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृध्दि के लिए पाठ्य-पुस्तक के अतिरिक्त _______।
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFभाषा मुख से उच्चारित होने वाली वह ध्वनि है जिसका प्रयोग मनुष्य अपने मन के विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए करता है। बच्चों में भाषा ज्ञान में वृद्धि से तात्पर्य उन्हें विभिन्न संदर्भ में भाषा प्रयोग में सफल बनाना है ताकि वे दक्षता के साथ सहज अभिव्यक्ति के विकास को सुनिश्चित कर सकें।
विद्यार्थियों की पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृद्धि के लिए पाठ्य-पुस्तक के अतिरिक्त अन्य पठन सामग्री जैसे समाचार पत्र, जीवनियां, बाल साहित्य, उपन्यास, आदि का उपयोग करना सार्थक प्रयास होगा क्योंकि:
- समाचार पत्र तथा जीवनियां विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन से जोड़ के उनके भाषाई विकास को विस्तार देती है।
- बाल साहित्य की रोचक तथा चित्रात्मक कहानियां विद्यार्थियों में सजगता तथा सृजनशीलता को बढ़ाते हुए उन्हें पढ़ने की और उन्मुख करती है।
- उपन्यास विद्यार्थियों को भाषा एवम् शैली के विभिन्न रूपों से परिचित करा कर उनकी कल्पनाशक्ति और अंतर्दृष्टि को विभिन्न मामलों में बढाता है।
अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि विद्यार्थियों की पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृध्दि के लिए पाठ्य-पुस्तक के अतिरिक्त पठन सामग्री विकसित की जा सकती है।
- पढ़ने में रूचि जाग्रत करने के लिए बालक के स्तर और रूचि की अतिरिक्त पठन सामग्रई जैसे बाल साहित्य उपलब्ध कराये जाने चाहिए।
- पाठ्य सहगामी क्रिया ओं का आयोजन बालक के सर्वांगीर्ण विकास के लिए होता है ना कि केवल पठन में रूचि जाग्रत करने के लिए जैसे- चर्चा का आयोजन कविता पठन तथा कहानी लेखन आदि का आयोजन आदि।
किसी पाठ्य सामग्री से कोई विशिष्ट सूचना निकालने के उद्देश्य से उस पाठ्य सामग्री के किसी अंश को बारीकी और गहनता के साथ पढ़ने का कौशल कौन-सा अवबोधन कहलाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFमौन पठन, पठन का एक प्रकार जिसमें लिखित सामग्री को बिना आवाज किए भावार्थ को समझते हुए पढ़ना शामिल होता है। यह दो प्रकार का होता है - स्थानीय अवबोधन/गहन पठन और वैश्विक अवबोधन/ द्रुत पठन।
स्थानीय अवबोधन/गहन पठन
- स्थानीय अवबोधन या गहन पठन का संबंध सीखने से है, यह विषय को गहराई से समझने के लिए या कई बार किसी पाठ्य सामग्री से कोई विशिष्ट सूचना निकालने के लिए किये गये पठन से संबंधित है।
- विशेष तथ्यों को समझने के लिए गहन पठन की आवश्यकता होती है, जैसे किसी विशेष सूचना की जानकारी के बारे में पढ़ना।
- नौकरी संबंधी विज्ञापन में दी गयी सूचना का पठन इसके अन्तर्गत आता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि स्थानीय अवबोधन सही उत्तर है।
Hint
- इस प्रश्न का आधिकारिक उत्तर 'आनुमानिक अवबोधन' है। हालाँकि, 'स्थानीय अवबोधन' सबसे उपयुक्त उत्तर होगा क्योंकि 'आनुमानिक अवबोधन' मूलपाठ में उपलब्ध सुरागों से अर्थ निकालने को संदर्भित करता है क्योंकि शब्द 'अनुमान' का अर्थ है किसी चीज़ को तर्क से प्राप्त करना जबकि स्थानीय अवबोधन कोई विशिष्ट सूचना खोजने पर केंद्रित है। .
रविन समाचारपत्र में एक लेख पढ़ता है जिससे कि वह अगले दिन अपने समूह में उस पाठ्य-वस्तु का संपूर्ण विचार प्रस्तुत कर सके।
उसके इस पठन को किस रूप में जाना जाता है।
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFमौन पठन, पठन का एक प्रकार जिसमें लिखित सामग्री को बिना आवाज किए भावार्थ को समझते हुए पढ़ना शामिल होता है। यह दो प्रकार का होता है-
व्यापक या द्रुत पठन
- व्यापक या द्रुत पठन में पाठक अपनी रुचि के विषय की सामान्य समझ प्राप्त करने के लिए केवल सरसरी दृष्टि से कई प्रकार की पुस्तकों, समाचार पत्रों, पत्रिकाओं आदि को पढ़ता है।
- द्रुत पठन मस्ती, मनोरंजन और आनंद के लिए पढ़ा जाता है, साथ ही किसी चीज़ की बुनियादी समझ हासिल करने के लिए।
- बालक द्वारा अपने रूचिकर उपन्यास को पढ़ने में मौन पठन (द्रुत पठन) का उपयोग करता है।
- किसी पठन सामग्री से मात्र संकेत लेना भी सरसरी दृष्टि से पठन है और यह द्रुत पठन के अन्तर्गत आता है। जैसे- समाचारपत्र पठन
- रविन केवल संकेत लेने के लिए समाचारपत्र में लेख को पढ़ता है।
गहन पठन
- इसके विपरीत, गहन पढ़ने का संबंध कक्षा सीखने से है, जिसमें छात्र को विषय को गहराई से समझने के लिए कई बार कुछ पाठ पढ़ने के लिए मजबूर किया जाता है।
- विशेष तथ्यों को समझने के लिए गहन पठन की आवश्यकता होती है, जैसे किसी विशेष सूचना की जानकारी के बारे में पढ़ना।
- नौकरी संबंधी विज्ञापन में दी गयी सूचना का पठन इसके अन्तर्गत आता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि रविन सरसरी तौर पर पठन कर रहा है।
पढ़ना सीखने के लिए आवश्यक है कि –
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFपढ़ना अथवा पठन भाषा के चार कौशलों में से एक है। यह एक सार्थक, उद्देश्यपूर्ण एवम् चिंतन प्रधान प्रक्रिया है जिसमें भाषा की संरचना की समझ तथा पढ़े जा रहे पाठ के साथ विद्यार्थी के भावनात्मक संबंध द्वारा अर्थ ग्रहण पर बल दिया जाता है। पढ़ना सीखने के लिए आवश्यक है ताकि लक्ष्य भाषा की अर्थपूर्ण और रोचक सामग्री सुनने-पढ़ने को मिले। पठन प्रक्रिया तभी सार्थक सिद्ध होती है जब एक पाठक:
- एक निश्चित उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए पढ़ता है।
- पठित वस्तु के अर्थ को सदंर्भानुसार ग्रहण करते हुए पढ़ता है।
- पठन के दौरान आगे आने वाले तथ्यों का अनुमान लगाते हुए पढ़ता है।
- जब व्यक्ति भाषा में पारंगत हो जाता है तब यह जरूरी नहीं कि सक्षम पाठक प्रत्येक शब्द पर ध्यान दे।
अतः यह कहा जा सकता है कि पढ़ना सीखने के लिए आवश्यक है ताकि लक्ष्य भाषा की अर्थपूर्ण और रोचक सामग्री सुनने-पढ़ने को मिले।
आप मानते हैं कि अलग-अलग तरह की सामग्री पढ़ने के अवसर मिलने से –
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFभाषा मुख से उच्चारित होने वाली वह ध्वनि है जिसका प्रयोग मनुष्य अपने मन के विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए करता है। बच्चों में भाषा ज्ञान में वृद्धि से तात्पर्य उन्हें विभिन्न संदर्भ में भाषा प्रयोग में सफल बनाना है ताकि वे दक्षता के साथ सहज अभिव्यक्ति के विकास को सुनिश्चित कर सकें।
Important Points
विद्यार्थियों की पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृद्धि के लिए अलग-अलग तरह की सामग्री और विभिन्न साहित्यिक विधाओं को पढने का अवसर देना सार्थक प्रयास होगा क्योंकि विभिन्न सामग्री का पाठ बच्चों को:
- हिंदी भाषा के साहित्य से परिचित कराते हैं।
- हिंदी भाषा की संस्कृति से परिचित कराते हैं।
- हिंदी भाषा के रचना शैली से परिचित कराते हैं।
- हिंदी भाषा की विभिन्न रंगतों से परिचित कराते हैं।
- हिंदी भाषा में साहित्य-सृजन के लिए प्रेरित करते हैं।
- हिंदी भाषा को विविध संदर्भो में प्रयोग करने योग्य बनाता है।
अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अलग-अलग तरह की सामग्री पढ़ने के अवसर मिलने से भाषा को विविध संदर्भो में प्रयोग करने की समझ बनती है।
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन पठन कौशल विकसित करने की तकनीक है?
a. कक्षा में पठन कोना पठन कौशल के विकास में सहायक है।
b. बच्चों को जोड़े में बैठाकर उन्हें अपनी पसंद तथा नापसंद के बारे में चर्चा करने के लिए कहना।
Answer (Detailed Solution Below)
पढ़ना Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFपढ़ने का कोना एक ऐसा स्थान होना चाहिए जो बच्चों को आमंत्रित करे और उन्हें रोचक तस्विरों, कहानियों, किताबों और अन्य पठन सामग्री को पढ़ने की प्रक्रिया में शामिल करें। पठन क्रिया को रूचीकर व आकर्षक बनाने के लिए पढ़ने का कोना का महत्व है।
Key Points
बच्चों के लिए पढ़ने का कोना पुस्तकालय से अलग है क्योंकि-
- यह एक ऐसा कोना है जो बच्चों से जुड़ा है और कक्षा का हिस्सा है, जहाँ किताबों तक उनकी पहुँच सरल है।
- यहाँ बच्चों को अपने लिए अपनी पसंद की किताबें चुनने और आकर्षक तरीके से प्रदर्शित विभिन्न किताबों को पढ़ने की स्वतंत्रता है।
- यह बच्चों को स्वतंत्ररूप से पढ़ने और साथ ही सामूहिक पठन के अवसर उपलब्ध कराता है। पढ़ने का कोना शिक्षकों और बच्चों की साझा जिम्मेदारी है।
- बाल साहित्य के साथ बच्चों को सम्मिलित कर इसे उनकी पढ़ने लिखने संबंधी प्रतिदिन की प्रक्रिया का हिस्सा होना चाहिए।
- जब बच्चें साहित्य को पढ़ने और उसके साथ शामिल होने के लिए अभ्यस्त हो जाऐ तो उन्हें पुस्तकालय जाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
Hint
- बच्चों को जोड़े में बैठाकर उन्हें अपनी पसंद तथा नापसंद के बारे में चर्चा करने के लिए कहना बालको में मौखिक कौशल के विकास के उद्देश्य से महत्वपूर्ण गतिविधि है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि a सही है तथा b गलत है।