क्वार्ट्ज क्रिस्टल घड़ियाँ किस सिद्धांत पर आधारित होती हैं?

  1. पाईजोइलेक्ट्रिक प्रभाव
  2. कॉम्पटन प्रभाव
  3. फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव
  4. सीज़ियम-133 परमाणु की आधार अवस्था में होने वाले कंपन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : पाईजोइलेक्ट्रिक प्रभाव

Detailed Solution

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सिद्धांत:

  • क्वार्ट्ज क्रिस्टल घड़ियाँ:​ इनका उपयोग समय मापने के लिए किया जाता है।
    • क्वार्ट्ज क्रिस्टल घड़ियों की यथार्थता 109 सेकंड में 1 सेकंड होती है।
  • यह क्रिस्टल के एक युग्म फलकों पर परिवर्ती दाब लगाने पर, क्रिस्टल के दूसरे युग्म फलकों (जो पहले युग्म के लंबवत हैं) में दोलनशील विद्युत वाहक बल (emf) उत्पन्न करने के सिद्धांत पर कार्य करती है। 

व्याख्या:

क्वार्ट्ज क्रिस्टल घड़ी पाईजोइलेक्ट्रिक प्रभाव पर आधारित होती है।

  • पाईजोइलेक्ट्रिक प्रभाव: क्रिस्टल के एक युग्म फलकों पर परिवर्ती दाब लगाने पर, क्रिस्टल के दूसरे युग्म फलकों (जो पहले युग्म के लंबवत हैं) में दोलनशील विद्युत वाहक बल (emf) उत्पन्न होता है।
  • कॉम्पटन प्रभाव: एक इलेक्ट्रॉन द्वारा एक फोटॉन का प्रकीर्णन, जिसके परिणामस्वरूप फोटॉन की ऊर्जा में कमी (या तरंगदैर्घ्य में वृद्धि) होती है।
  • फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव: यदि विद्युतचुंबकीय विकिरण किसी पदार्थ पर टकराता है और इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन होता है, तो इस घटना को फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव कहा जाता है।

इसलिए विकल्प 1) सही है।

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