संविधान का कौन सा प्रावधान उच्च न्यायालय को स्वयं की अवमानना के लिए दंडित करने की शक्ति प्रदान करता है?

  1. अनुच्छेद 215
  2. अनुच्छेद 217
  3. अनुच्छेद 225
  4. अनुच्छेद 226

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अनुच्छेद 215

Detailed Solution

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सही उत्तर विकल्प 1 है। प्रमुख बिंदु

  • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 215 उच्च न्यायालयों को अभिलेख न्यायालय मानता है।
  • इसमें कहा गया है कि प्रत्येक उच्च न्यायालय एक अभिलेख न्यायालय होगा और उसे ऐसे न्यायालय की सभी शक्तियां प्राप्त होंगी, जिसमें स्वयं की अवमानना ​​के लिए दंडित करने की शक्ति भी शामिल है।
  • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 214 राज्यों के लिए उच्च न्यायालयों से संबंधित है।
  • इसमें कहा गया है कि प्रत्येक राज्य के लिए एक उच्च न्यायालय होगा।

अतिरिक्त जानकारी

  • अनुच्छेद 215 का महत्व:
    • न्यायिक प्राधिकार : यह भारत की न्यायिक प्रणाली में उच्च न्यायालयों के प्राधिकार को रेखांकित करता है।
    • न्यायिक स्वतंत्रता : उच्च न्यायालयों को अवमानना ​​के लिए दंडित करने की अनुमति देकर, यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि न्यायपालिका हस्तक्षेप या अनादर के बिना स्वतंत्र रूप से कार्य कर सके।
    • कानूनी संगति: अभिलेख न्यायालय के रूप में उच्च न्यायालय की भूमिका कानून के अनुप्रयोग में संगति सुनिश्चित करती है, क्योंकि इसके निर्णय निचली अदालतों के लिए आधिकारिक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं।

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