हिन्दी साहित्य का इतिहास MCQ Quiz in தமிழ் - Objective Question with Answer for हिन्दी साहित्य का इतिहास - இலவச PDF ஐப் பதிவிறக்கவும்

Last updated on Apr 12, 2025

பெறு हिन्दी साहित्य का इतिहास பதில்கள் மற்றும் விரிவான தீர்வுகளுடன் கூடிய பல தேர்வு கேள்விகள் (MCQ வினாடிவினா). இவற்றை இலவசமாகப் பதிவிறக்கவும் हिन्दी साहित्य का इतिहास MCQ வினாடி வினா Pdf மற்றும் வங்கி, SSC, ரயில்வே, UPSC, மாநில PSC போன்ற உங்களின் வரவிருக்கும் தேர்வுகளுக்குத் தயாராகுங்கள்.

Latest हिन्दी साहित्य का इतिहास MCQ Objective Questions

Top हिन्दी साहित्य का इतिहास MCQ Objective Questions

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 1:

गणेश शंकर विद्यार्थी ने किस पत्र का संपादन किया?

  1. अभ्युदय
  2. ब्राह्मण
  3. सुदर्शन
  4. प्रताप

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : प्रताप

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 1 Detailed Solution

  • गणेश शंकर विद्यार्थी ने 'प्रताप' पत्र का संपादन किया था।
  • Key Points

    • गणेश शंकर विद्यार्थी एक भारतीय पत्रकार, भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन के नेता और स्वतंत्रता आंदोलन के कार्यकर्ता थे।
    • इसे गणेश शंकर 'विद्यार्थी' ने सन् 1913  से कानपुर से निकालना आरम्भ किया।
    • साप्ताहिक "प्रताप" के प्रकाशन के 7 वर्ष बाद 1920 ई. में विद्यार्थी जी ने उसे दैनिक कर दिया और "प्रभा" नाम की एक साहित्यिक तथा राजनीतिक मासिक पत्रिका भी अपने प्रेस से निकाली।
    • "प्रताप" किसानों और मजदूरों का हिमायती पत्र रहा।

    अन्य विकल्प:

    पत्र - पत्रिका   संपादक प्रकाशन स्थान  वर्ष 
    अभ्युदय (साप्ताहिक) मदन मोहन मालवीय प्रयाग 1907
    ब्राह्मण (मासिक) प्रताप नारायण मिश्र  कानपुर 1883
    सुदर्शन (मासिक) देवकीनंदन /माधव  काशी 1900


    Additional Information

    भारत का प्रथम समाचार पत्र :

    • बंगाल गजट/कलकत्ता जनरल एडवर्टाइजर/हिक्की गजट
    • 29 जनवरी, 1780, साप्ताहिक (अंग्रेजी में)
    • संपादक : जेम्स आगस्टस हिक्की, भारत का प्रथम समाचारपत्र।

    हिन्दी का पहला समाचार पत्र :

    • उदंत मार्तण्ड 30 मई, 1826, साप्ताहिक, कलकत्ता से प्रकाशित।
    • संपादक : पं० जुगलकिशोर शुक्ल।
    • हिन्दी का पहला समाचार-पत्र 'उदंत मार्तण्ड' 30 मई 1826 को प्रकाशित हुआ था इसलिए 30 मई को 'हिन्दी पत्रकारिता दिवस' के रूप में मनाया जाता है।

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 2:

हिन्दी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत रचना 'कल सुनना मुझे' किसकी कृति है?

  1. धूमिल
  2. श्री लाल शुक्ल
  3. भीष्म साहनी
  4. यशपाल

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : धूमिल

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 2 Detailed Solution

उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 1 धूमिल इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प इसके सही उत्तर नहीं हैं।

Key Points

  • हिन्दी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत रचना 'कल सुनना मुझे' धूमिल की कृति है
  • अपनी लेखनी के चलते उन्हें 'धूमिल' उपनाम मिला।

धूमिल के 'कल सुनना मुझे' कृति के अलावा दो कृति और चर्चित हैं-

  • संसद से सड़क तक
  • सुदामा पांडे का प्रजातंत्र

Additional Information

महापुरुष

कृति

श्री लाल शुक्ल

सूनी घाटी का सूरज, अज्ञातवास

भीष्म साहनी

चीफ की दावत

यशपाल

न्याय का संघर्ष

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 3:

मुंशी प्रेमचन्द की रचना है - 

  1. गोदान 
  2. लहर 
  3. तितली 
  4. कामायनी 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : गोदान 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 3 Detailed Solution

'गोदान' प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास है। अत: सही उत्तर विकल्प 1 गोदान है। 

Key Points

  • गोदानप्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है। कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं। इसका प्रकाशन 1936 ई० में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था। इसमें भारतीय ग्राम समाज एवं परिवेश का सजीव चित्रण है। गोदान ग्राम्य जीवन और कृषि संस्कृति का महाकाव्य है। इसमें प्रगतिवादगांधीवाद और मार्क्सवाद (साम्यवाद) का पूर्ण परिप्रेक्ष्य में चित्रण हुआ है।
  • गोदान हिंदी के उपन्यास-साहित्य के विकास का उज्वलतम प्रकाशस्तंभ है। गोदान के नायक और नायिका होरी और धनिया के परिवार के रूप में हम भारत की एक विशेष संस्कृति को सजीव और साकार पाते हैं, ऐसी संस्कृति जो अब समाप्त हो रही है या हो जाने को है, फिर भी जिसमें भारत की मिट्टी की सोंधी सुबास भरी है। प्रेमचंद ने इसे अमर बना दिया है।

अन्य विकल्प -​

  • लहर, तितली, कामायनी जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ हैं

रचनाकार

परिचय

प्रमुख रचनाएँ

जयशंकर प्रसाद

जयशंकर प्रसाद हिन्दी कवि, नाटककार, उपन्यासकार तथा निबन्धकार थे। वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। उन्होंने हिन्दी काव्य में एक तरह से छायावाद की स्थापना की जिसके द्वारा खड़ी बोली के काव्य में न केवल कमनीय माधुर्य की रससिद्ध धारा प्रवाहित हुई, बल्कि जीवन के सूक्ष्म एवं व्यापक आयामों के चित्रण की शक्ति भी संचित हुई और कामायनी तक पहुँचकर वह काव्य प्रेरक शक्तिकाव्य के रूप में भी प्रतिष्ठित हो गया। बाद के, प्रगतिशील एवं नयी कविता दोनों धाराओं के, प्रमुख आलोचकों ने उसकी इस शक्तिमत्ता को स्वीकृति दी। इसका एक अतिरिक्त प्रभाव यह भी हुआ कि खड़ीबोली हिन्दी काव्य की निर्विवाद सिद्ध भाषा बन गयी।

चित्रधारा ,कामायनी ,आंसू ,लहर ,झरना ,एक घूंट ,विशाख ,अजातशत्रु ,आकाशदीप ,आंधी ,ध्रुव स्वामिनी ,तितली, कंकालआदि।

Additional Information

प्रेमचंद  का परिचय - 

  • धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) जो नाम से जाने जाते हैं, वो हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकारकहानीकार एवं विचारक थे।
  • उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
  • उन्होंने हिंदी समाचार पत्र जागरण  तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन भी किया।
  •  हिंदी कहानी तथा उपन्यास के क्षेत्र में 1918 से 1936 तक के कालखंड (कालखण्ड) को 'प्रेमचंद युग' या 'प्रेमचन्द युग' कहा जाता है।

 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 4:

रीति काल को "श्रृंगार काल" इनमें से किसने कहा है?

  1. रमाशंकर शुक्ल रसाल
  2. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
  3. मिश्रबंधु
  4. रामचन्द्र शुक्ल

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : विश्वनाथ प्रसाद मिश्र

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 4 Detailed Solution

सही उत्तर है - ‘विश्वनाथ प्रसाद मिश्र’।

  • रीति काल को "श्रृंगार काल" विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने कहा है।

Key Points

  • आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने इस काल को 'श्रृंगार काल' नाम देने का आग्रह किया है।
  • इस युग के लिए 'रीति' नाम देने वाले आचार्य शुक्ल तक ने इसे "श्रृंगार काल" कहे जाने की छूट दी है 
    यह तर्क दिया जाता है कि इस युग के कवियों की व्यापक प्रवृत्ति श्रृंगार वर्णन ही थी।

Important Points

  • रीतिकाल का नाम आचार्य शुक्ल जी का ही दिया हुआ है।
  • शुक्ल जी ने यह नामकरण इस काल की प्रवृत्तियों और मानव-मनोविज्ञान के आधार पर किया ।
  • संवत 1700 से संवत 1900 तक रीति-पद्धति पर विशेष जोर रहा।
    इस काल के प्रत्येक कवि ने रीति के साँचे में ढ़लकर रचना लिखी।

रीतिकालीन प्रमुख कवि एवं उनकी रचनाएँ:-

रचयिता
रचनाएँ
चिन्तामणि  कविकुल कल्पतरु, काव्य विवेक, श्रृंगार मंजरी, काव्य प्रकाश, रस विलास, छन्द विचार।
भूषण  शिवराज भूषण, छत्रसाल दशक, शिवाबावनी, अलंकार प्रकाश, छन्दोहृदय प्रकाश।
बिहारी  बिहारी-सतसई।
रसनिधि  रतन हजारा, विष्णुपद कीर्तन, कवित्त, अरिल्ल, हिण्डोला, सतसई, गीति संग्रह।
घनानन्द पदावली, वियोग बेलि, सुजान हित प्रबंध, प्रीति पावस, कृपाकन्द निबन्ध, यमुनायश, प्रकीर्णक छन्द।

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 5:

इनमें से 'श्री गुरु ग्रंथ साहिब' का संकलन किसने किया? 

  1. गुरु हरगोविंद सिंह देव
  2. गुरु अर्जुन देव 
  3. गुरु गोविन्द सिंह
  4. गुरुनानक देव

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : गुरु अर्जुन देव 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 5 Detailed Solution

इनमें से 'श्री गुरु ग्रंथ साहिब' का संकलन गुरु अर्जुन देव ने किया। 

श्री गुरु ग्रंथ साहिब

  • सिख समुदाय के पांचवें गुरु अर्जुन देव ने 'श्री गुरु ग्रंथ साहिब' का संकलन किया।
  • ये सिख समुदाय का प्रमुख धर्मग्रन्थ है।
  • इसे आदिग्रन्थ भी कहते हैं। 
  • पहला प्रकाशन - 30 अगस्त 1604 
  • कुल पृष्ठ - 1430 
  • इसमें सिख गुरुओं के उपदेश, 30 अन्य सन्तों और मुस्लिम भक्तों की वाणी भी सम्मिलित है।

Key Pointsअन्य विकल्प -

  • गुरु हरगोविंद सिंह देव - ये सिखों के छठें गुरू थे। 
  • गुरु गोविन्द सिंह - ये सिखों के दसवें गुरु थे।
  • गुरुनानक देव - ये सिखों के प्रथम गुरु थें। 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 6:

श्रीलाल शुक्ल की किस रचना को साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था?

  1. सुनी घाट का सूरज 
  2. मकान 
  3. यह घर मेरा नहीं 
  4. राग दरबारी 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : राग दरबारी 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 6 Detailed Solution

उपरोक्त विकल्पों में से ‘राग दरबारी’ को साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। अन्य विकल्प अनुचित हैं। अत: इसका सही उत्तर विकल्प 4 राग दरबारीहोगा।

स्पष्टीकरण:

1969 में श्रीलाल शुक्ल को ‘राग दरबारी’ उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। इसके अलावा ज्ञानपीठ पुरस्कार भी इन्हें प्राप्त हो चुका है। उपरोक्त उपन्यासों के अतिरिक्त इनके अन्य उपन्यास हैं- अज्ञातवास, उमराव नगर में कुछ दिन,पहला पड़ाव, विश्रामपुर का संत आदि। 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 7:

रामधारी सिंह दिनकर को किस कृति के लिए साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार मिला ?

  1. कुरूक्षेत्र
  2. उर्वशी
  3. संस्‍कृति के चार अध्‍याय
  4. रश्मिरथी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : संस्‍कृति के चार अध्‍याय

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 7 Detailed Solution

रामधारी सिंह दिनकर को संस्‍कृति के चार अध्‍याय कृति पर साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार मिला | अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 3 संस्‍कृति के चार अध्‍याय सही उत्तर होगा। 

Key Points

  • संस्कृति के चार अध्याय हिन्दी के विख्यात साहित्यकार रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित एक भारतीय संस्कृति का सर्वेक्षण है
  • जिसके लिये उन्हें सन् 1959 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया| 

 

Additional Information

  • रामधारी सिंह 'दिनकर' ' (23 सितम्‍बर 1908 - 24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे।
  •  वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में प्रतिष्ठित हैं।
  • 'दिनकर' स्वतंत्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में जाने गये और स्वतंत्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये।
  • वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे।
  • एक ओर उनकी कविताओ में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल श्रृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है।
  • इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक कृतियों में मिलता है।

 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 8:

रवीन्द्रनाथ ठाकुर को किस पुस्तक के लिए नोबेल पुरस्कार मिला?

  1. सोनारतारी
  2. गोरा
  3. चित्रांगदा
  4. गीतांजलि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : गीतांजलि

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 8 Detailed Solution

रवीन्द्रनाथ ठाकुर को गीतांजलि पुस्तक के लिए नोबेल पुरस्कार मिला। 

Key Pointsरवीन्द्रनाथ ठाकुर-

  • जन्म- 1861-1941 ई. 
  • एक बांग्ला कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे।
  • भारतीय संस्कृति के सर्वश्रेष्ठ रूप से पश्चिमी देशों का परिचय और पश्चिमी देशों की संस्कृति से भारत का परिचय कराने में टैगोर की बड़ी भूमिका रही तथा आमतौर पर उन्हें आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार माना जाता है।
  • मुख्य रचनाएं-
    • राष्ट्र-गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्र-गान 'आमार सोनार बांग्ला'
    • 'गीतांजलि'
    • पोस्टमास्टर
    • मास्टर साहब
    • गोरा
    • घरे-बाइरे आदि।

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 9:

निम्नलिखित में से रचनाकार और उनकी रचना के अनुसार कौन सा युग्म गलत है ?

  1. बाणभट्ट - कादम्बरी
  2. जयशंकर प्रसाद - लोकायतन 
  3. वात्स्यायन - कामसूत्र
  4. मुंशी प्रेमचंद - गोदान

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : जयशंकर प्रसाद - लोकायतन 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 9 Detailed Solution

"जयशंकर प्रसाद - लोकायतन" रचनाकार और उनकी रचना के अनुसार युग्म गलत है। 

Key Points

  • लोकायतन जयशंकर प्रसाद की रचना नहीं है। 
  • लोकायतन सुम‍ित्रानन्‍दन पंत की रचना है। 
  • अन्‍य व‍िकल्‍पों में द‍िए गए रचनाकार और उनकी रचना के युग्‍म सही हैं। 

Important Points

रचनाकार  रचनाऍं
बाणभट्ट  हर्षचरितम् तथा कादम्बरी।
जयशंकर प्रसाद

(काव्‍य)- प्रेम-पथिक(1909), ऑंसू(1925), लहर(1935)। 

(उपन्‍यास)- कंकाल(1929), तितली(1934), इरावती(1938)। 

(नाटक)- उर्वशी(1909), सज्‍जन(1910), राज्‍यश्री(1915) आदि। 

मुंशी प्रेमचंद

उपन्‍यास- कर्मभूमि(1932), सेवा सदन(1918), निर्मला(1925), प्रतिज्ञा(1927), गबन(1928)। 

नाटक- कर्बला(1924), प्रेम की वेदी(1933), संग्राम(1923)। 

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 10:

इनमें से किस पुस्तक को व्यास सम्मान प्राप्त नहीं हुआ है?

  1. पहला गिरमिटिया
  2. आलोचना का पक्ष
  3. अल्मा कबूतरी
  4. कठगुलाब

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अल्मा कबूतरी

हिन्दी साहित्य का इतिहास Question 10 Detailed Solution

सही उत्तर है - ‘अल्मा कबूतरी’।

  • अल्मा कबूतरी’ पुस्तक को व्यास सम्मान प्राप्त नहीं हुआ है।
  • इस पुस्तक की लेखिका मैत्रेयी पुष्पा है।

Key Pointsअन्य विकल्प:

  • पहला गिरमिटिया, गिरिराज किशोर द्वारा रचित एक हिन्दी उपन्यास है।
    इस पुस्तक को व्यास सम्मान प्राप्त हुआ है।
  • आलोचना का पक्ष, रमेश चंद्र शाह द्वारा रचित एक कृति है।
    इस कृति को व्यास सम्मान प्राप्त हुआ है।
  • कठगुलाब, मृदुला गर्ग द्वारा रचित एक उपन्यास है।
    इस पुस्तक को व्यास सम्मान प्राप्त हुआ है।

Additional Informationकुछ अन्य व्यास पुरस्कार के विजेता:-

रचना रचनाकार
सपना अभी भी धर्मवीर भारती
मैं वक्त के सामने हूँ गिरिजाकुमार माथुर
समय सरगम कृष्णा सोबती
नीला चाँद डॉ॰ शिव प्रसाद सिंह

Hot Links: teen patti master update teen patti 51 bonus teen patti glory